CM योगी के 'बंटेंगे तो कटेंगे' पर अखिलेश यादव ने कसा तंज, कह दी ये-बात

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव को लेकर राजनीतिक गर्मी बढ़ गई है, तथा नेताओं के बीच वार-पलटवार का दौर जारी है। कभी जुबानी, तो कभी 'पोस्टर वार' के माध्यम से बयानबाजी हो रही है। इस बीच, समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 'बंटेंगे तो कटेंगे' वाले बयान पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, "अंग्रेज चले गए, और इन्हें छोड़ गए। भारत का समाज ऐसे नारों का समर्थन नहीं करेगा।"

दरअसल, पिछले कुछ दिनों से मुख्यमंत्री योगी अपने भाषणों में 'बंटेंगे तो कटेंगे' का जिक्र कर हिंदू समाज को एकजुट रहने का संदेश दे रहे हैं। उनके इस बयान के पश्चात् लखनऊ में भाजपा नेताओं की तरफ से जगह-जगह पोस्टर भी लगाए गए। समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए 'ना बंटेंगे, ना कटेंगे, मठाधीश सत्ता से हटेंगे...' का पोस्टर लगवाया। इससे पहले 'PDA जोड़ेगी और जीतेगी' जैसे नारे लिखे पोस्टर भी लगाए गए थे। वही अब इस बयानबाजी और 'पोस्टर वार' के बीच, समाजवादी पार्टी सुप्रीमो ने एक और प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि जनता कभी इन नारों का समर्थन नहीं करेगी। भाजपा तो 'डिवाइड एंड रूल' की नीति पर विश्वास करती है। अंग्रेजों के जाने के पश्चात् भी ये लोग ऐसे नारे लगा रहे हैं, जबकि भारत का समाज इस तरह के नारे नहीं मानता। 

पिछले दिन झारखंड में एक चुनावी जनसभा में बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा था, "अपनी ताकत का एहसास कराइए, जातियों में बंटने का कोई कारण नहीं है। कुछ लोग जाति के नाम पर आपको बांटने का प्रयास करेंगे। कांग्रेस एवं विपक्ष यही काम करते हैं। ये लोग बांग्लादेशी घुसपैठियों और रोहिंग्याओं को बुला रहे हैं। एक दिन ये लोग आपको घर के अंदर घंटी और शंख भी बजाने नहीं देंगे। इसलिए एकजुट रहिए और नेक रहिए। मैं तो कहता हूं, देश का इतिहास गवाह है कि जब भी हम बंटे हैं, निर्ममता से काटे गए हैं।" मुख्यमंत्री योगी ने आगे कहा, "2017 के बाद यूपी में जो बुलडोजर चला, उसके बाद से कुछ लोग जेल में हैं तथा कुछ का राम नाम सत्य हो गया है। उत्तर प्रदेश से माफिया का सफाया हो गया है, जैसे गधे के सिर से सींग गायब हो जाता है।"

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