लखनऊ: 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने कर्मचारियों से पुरानी पेंशन का वादा किया था। यह वादा समाजवादी पार्टी को सूबे की सत्ता में वापसी तो नहीं दिला सका किन्तु पार्टी के वोट फीसदी में बढ़ोतरी अवश्य हुई। अब अखिलेश ने नया दांव चला है। उन्‍होंने सत्ता में वापसी पर उत्तर प्रदेश के सभी संविदा कर्मचारियों को स्‍थाई करने का वादा कर दिया है। पार्टी नेताओं का कहना है कि इससे 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों में लाभ प्राप्त होने के साथ-साथ 2027 में होने वाले उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों के लिए भी कर्मचारियों के बीच समाजवादी पार्टी का आधार भी बढ़ेगा। अखिलेश यादव ने कहा है कि उनकी पार्टी आउटसोर्स से भर्ती के खिलाफ है। समाजवादी सरकार में सभी संविदा कर्मियों को स्थाई कर दिया जाएगा। मंगलवार को उन्‍होंने संयुक्त स्वास्थ्य आउटसोर्सिंग-संविदा कर्मचारी संघ के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात कर यह आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन देकर सभी आउटसोर्स से रखे गए कोविड कर्मचारियों को NRHM यूपी में समायोजित कर स्थायीकरण करने तथा जिलों मे बन रहे मेडिकल कॉलेज से संबद्ध कराने की मांग की है। वही दूसरी तरफ सप्ता निरंतर स्वयं को 2024 के लोकसभा चुनावों में बड़ा किरदार निभाने के लिए तैयार कर रही है। एक ओर विपक्षी एकता के लिए कोशिश जारी हैं तो दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त दूसरे प्रदेशों में भी निरंतर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में उत्तराखंड समाजवादी पार्टी का कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर 2 और 3 सितंबर 2023 को पिथौरागढ़ में आयोजित होगा। अखिलेश ने देशवासियों को श्री जगन्नाथ की रथ यात्रा के शुभारंभ पर हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। PM मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और CM नीतीश को जान से मारने की धमकी, जाँच में जुटी पुलिस पंडित धीरेन्द्र शास्त्री पाँच दिनों के एकांतवास से वापस लौटे, सनातन धर्म पर लिखी पुस्तक मंदिर में घुसकर शख्स ने तोड़ी देवी-देवताओं की प्रतिमा, मचा बवाल