सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी में अपनी बयानबाजी से लगातार विपक्ष को घेरने का प्रयास कर रहे है. लेकिन दिल्ली के चुनावों में भाजपा की बदजुबानी कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है. इससे साबित होता है कि भाजपा अपनी साख और जमीन दोनों खो रही है. भाषा में गिरावट राजनीति में घटिया सोच व संकीर्ण मानसिकता उजागर करती है. चुनाव आयोग को बिगड़े बोलों का संज्ञान लेकर दंडात्मक कार्रवाई करनी चाहिए. राहुल गाँधी का तीखा तंज, कहा- एक दिन ताज महल भी बेच डालेगी मोदी सरकार भाजपा की बयानबाजी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि यह दुखद स्थिति है कि आज राजनीति में निम्नस्तरीय भाषा का इस्तेमाल हो रहा है. जानबूझकर भड़काऊ बयान देने वाले ऐसे असामाजिक तत्वों की संसद या विधानमंडल की सदस्यता खत्म होनी चाहिए. साथ ही ऐसे लोगों पर सदैव के लिए प्रतिबंध लगना चाहिए. Corona viras को लेकर बड़ा खुलासा, चीन के बायोलॉजिकल प्रोग्राम का हिस्‍सा था कोरोना वायरस इसके अलावा अखिलेश यादव ने कहा कि आज सत्ताधारी पार्टी जिस तरह से समाज में नफरत फैला रही है उसका दुष्परिणाम है कि कुछ नौजवान असलहों के साथ प्रदर्शन करने लगे हैं. भाजपा व आरएसएस को इसके दुष्परिणामों से सबक लेना चाहिए. भाजपा आजादी की लड़ाई के इतिहास को भी कलुषित कर रही है. उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री व भाजपा सांसद अनंत कुमार हेगड़े का नाम लिए बगैर कहा कि महात्मा गांधी के नेतृत्व में जिस आजादी के लिए लाखों लोगों ने कुर्बानी दी उसे भाजपा सांसद अंग्रेजों की सहमति से नाटक बता रहे हैं. उन्हें ऐसा कहते हुए शर्म भी नहीं आई. नहीं थम रही कोरोना की मार, चीन में मरने वालों की संख्या 492 के पार ट्रम्प का बड़ा बयान, कहा- 'चीन के साथ हमारे अब तक के सबसे अच्छे संबंध'... महंगाई का पारा हुआ हाई, इमरान के पाकिस्तान ने मुकी खाई