देशव्यापी लॉकडाउन और कोरोना संकट के बीच एनसीपी नेता शरद पवार ने महाराष्ट्र के पालघर में हुई भीड़ हिंसा की निंदा की है. शरद पवार ने कहा कि पालघर में जो कुछ हुआ वो नहीं होना चाहिए था, यह दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है. पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की और एक ही रात में घटना में शामिल 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया. आगे की जांच चल रही है. लंदन हाई कोर्ट में मुकदमा हारने के बाद विजय माल्या ने कहा- जारी रहेगी लड़ाई अपने बयान में शरद पवार ने आगे कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने घटना के बारे में बात की और कहा कि जो कुछ भी हम कर सकते हैं करेंगे. पवार ने आगे कहा कि अफवाहों के कारण हुई घटना पर कुछ लोग राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं. यह सही नहीं है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सशस्त्र बलों को लेकर किया ऐसा काम आपकी जानकारी के लिए बता दे कि महाराष्ट्र के पालघर जिले में रविवार को भीड़ ने दो संतों और उनके ड्राइबर की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. दोनों साधु जूना अखाड़े के थे. इस मामले में 101 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया था. वही, जूना अखाड़े के दो साधु महंत सुशील गिरी महाराज (35), महंत चिकने महाराज कल्पवृक्ष गिरी (65) अपने ड्राइवर निलेश तेलगडे (30) के साथ मुंबई से गुजरात के सूरत में अपने साथी के अंतिम संस्कार के लिए जा रहे थे. पालघर के एक गांव में गांववालों ने इन्हें डकैत समझकर पीट-पीटकर मार डाला. भारतीय आईटी पेशेवरों को बड़ा झटका, अमेरिका उठाने जा रहा ये कदम पंजाब : सीएम अमरिंदर सिंह का बड़ा फैसला, कंटेनमेंट जोन रहेंगे लॉकडाउन जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे किम जोंग, बहन संभाल सकती हैं उत्तर कोरिया की कमान