पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी PFI पर प्रतिबंध का पसमांदा मुसलमान महाज ने स्वागत किया है। वहीं दूसरी तरफ, कई अन्य मुस्लिम संगठनों की तरफ से भी केंद्र सरकार के इस फैसला का स्वागत किया गया है। सबसे बड़ी और खास बात यह है कि पसमांदा मुसलमान समुदाय को लेकर भारतीय जनता पार्टी खासी सक्रिय नजर आ रही है। जी दरअसल इस समय खबरें हैं कि पार्टी अपना वोटर बेस बढ़ाने के लिए पसमांदा की ओर ध्यान लगा रहे हैं। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसका जिक्र कर चुके हैं। जी दरअसल ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज की तरफ से जारी बयान के अनुसार, 'देश में भारतीय संविधान के विरुद्ध एवं असामाजिक गतिविधियों में लिप्त तथाकथित सामाजिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के विरुद्ध भारत सरकार की सुरक्षा एजेंसी एनआईए द्वारा लगातार की जा रही छापेमारी से जो तथ्य सामने आए हैं, उससे यह जगजाहिर हो गया है कि संगठन देश के भीतर सामाजिक सौहार्द एवं भाईचारे के विरुद्ध तो काम कार्य कर ही रहा है। भारतीय संप्रभुता को भी चेतावनी देते हुए देश विरुद्ध कार्य में लिप्त है।।।।' इसके अलावा संगठन ने यह भी कहा कि, 'पीएफआई के अतिरिक्त अन्य सामाजिक संगठन जो अपने आप को देशहित की दुहाई दे रहे, उनहें भी देश की अखंडता एवं संप्रभुता के विरुद्ध कार्य करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।' कौन हैं पसमांदा मुसलमान- आपको बता दें कि फारसी शब्द 'पसमांदा' का मतलब 'पीछे छूटे हुए' है। जी हाँ और इसका इस्तेमाल मुसलमानों में पिछड़े वर्ग के लिए किया जाता है। वहीं दूसरी तरफ जो आंकड़े हैं वह यह बताते हैं कि भारत की कुल मुस्लिम आबादी का ये 85 प्रतिशत हैं। मुखर नहीं रहने और मजबूत नेतृत्व के अभाव में राजनीतिक दलों की तरफ से इन्हें काफी नजरअंदाज किया गया। हालांकि, भाजपा अब स्थिति बदलती नजर आ रही है। तमिलनाडु से लेकर कर्नाटक तक में होगी भारी बारिश, जानिए अन्य राज्यों का हाल गुजरात को 5200 करोड़ की सौगात देंगे पीएम मोदी, इन परियोजनाओं का करेंगे उद्घाटन विश्व देखेगा 'Make In India' का दम, भारत में बनेगा ये 'महाविनाशक' हथियार