भोपाल: ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड की मध्यप्रदेश यूनिट ने मंगलवार को फिल्म ‘राम जन्मभूमि’ पर दो फतवे जारी करने के साथ ही केन्द्र एवं राज्य सरकार से मांग करते हुए इस फिल्म पर रोक लगाने की मांग की है. बोर्ड ने एक फतवा इस फिल्म की मुस्लिम अभिनेत्री नाज़नीन पाटनी के खिलाफ जारी करते हुए उसे सलाह दी है कि वो अपने ईमान को तजदीद करे, वहीं दूसरे फतवे में देश के मुस्लिम समुदाय से आग्रह किया गया है कि वे इस फिल्म को देखने से परहेज करें. VIDEO: मंदिर में दर्शन करने पहुंची प्रियंका गाँधी, लोगों ने लगाए मोदी-मोदी के नारे ये दोनों फतवे मंगलवार को आल इंडिया उलेमा बोर्ड की मध्यप्रदेश इकाई के प्रमुख एवं क़ाज़ी सय्यद अनस अली नदवी ने जारी किए हैं. उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के प्रमुख सैय्यद वसीम रिजवी द्वारा निर्मित की गई यह फिल्म 29 मार्च को पूरे देश में रिलीज होने वाली है. आल इंडिया उलेमा बोर्ड, मध्य प्रदेश के उपाध्यक्ष नूर उल्लाह यूसुफ ज़ई ने प्रेस वालों को जानकारी देते हुए बताया है कि, ''फिल्म ‘राम जन्मभूमि’ न केवल विवादित है, बल्कि दो समुदायों के बीच नफरत का बीज बोने वाली है. इस फिल्म में शरीयत कानून के साथ खिलवाड़ किया गया है. इस्लाम के दो महत्वपूर्ण और संजीदा मुद्दों को विवादित तरीके से पेश करने की कोशिश की गई है.'' लोकसभा चुनाव: आप और कांग्रेस का हो सकता है गठबंधन, ये नेता बन रहे बिचौलिया उन्होंने कहा है कि, इस फिल्म में तीन तलाक को गलत ढंग से पेश किया गया है. इसके साथ ही, इसमें बताया गया है कि एक ससुर अपनी ही बहू के साथ हलाला करता है. जो पूरे तरीके से गलत है. पूरे विश्व में इसकी मिसाल कहीं नहीं मिलती. इस फिल्म ने मुस्लिम समुदाय के जज्बातों को बुरी तरह आहत किया है. खबरें और भी:- लोकसभा चुनाव: फ़िरोज़ाबाद सीट से लड़ेंगे शिवपाल सिंह, चाचा-भतीजे में होगी टक्कर लोकसभा चुनाव: दुसरे चरण के लिए निर्वाचन आयोग ने जारी की अधिसूचना, सियासी दलों में खलबली लोकसभा चुनाव: द्रमुक ने जारी किया घोषणापत्र, नीट को ख़त्म करने का किया वादा