राहु-केतु से जुड़ी सभी बाधाएं हो जाएंगी दूर, बस सावन शनिवार के दिन अपना लें ये 5 काम

हिन्दू धर्म में शनिवार का दिन न्याय के देवता शनि को समर्पित माना जाता है। विशेष रूप से सावन के महीने में, शनिवार का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि शनि देव भगवान शिव के परम भक्त हैं। इस अवसर पर कुछ विशेष उपाय करने से शनि देव की कृपा प्राप्त की जा सकती है और राहु-केतु के नकारात्मक प्रभावों से भी बचा जा सकता है। यहां कुछ प्रमुख उपाय दिए गए हैं, जिन्हें सावन शनिवार के दिन अपनाकर लाभ प्राप्त किया जा सकता है:

मंत्र जप: सावन शनिवार को शनि देव की कृपा प्राप्त करने के लिए "ॐ शं शनैश्चराय नमः" मंत्र का जप करें। राहु को शांत करने के लिए "ॐ रां राहवे नमः" और केतु के लिए "ॐ कें केतवे नमः" मंत्र का जप करें। इन मंत्रों का कम से कम 108 बार जप करना लाभकारी माना जाता है।

बैल को भोजन कराएं: बैल को भगवान शिव का वाहन माना जाता है। इसलिए, सावन शनिवार को बैल को गुड़ और चना खिलाना चाहिए। इस उपाय से न केवल शनि देव की कृपा प्राप्त होती है, बल्कि राहु-केतु के अशुभ प्रभाव भी कम होते हैं।

काले वस्त्र और काले उड़द का दान: शनिवार के दिन काले वस्त्र, काले उड़द और काले जूते का दान करना चाहिए। यह दान शनि, राहु और केतु के दोषों को कम करने में मदद करता है और जीवन में स्थिरता और आर्थिक लाभ प्रदान करता है।

शनि यंत्र की स्थापना: पूजा स्थल में शनि यंत्र की स्थापना कर उसकी नियमित पूजा करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है। यह विशेषकर सावन शनिवार के दिन किया जाना लाभकारी माना जाता है। यंत्र की स्थापना से पहले भगवान शिव की पूजा करना आवश्यक है।

भगवान शिव की आराधना: शिव जी की पूजा और शिव मंत्रों का जप सावन शनिवार के दिन विशेष महत्व रखता है। भगवान शिव को जल, फूल, अक्षत, बेलपत्र आदि अर्पित करना आपके लिए लाभकारी साबित हो सकता है और इससे राहु-केतु समेत अन्य ग्रहों के अशुभ प्रभाव कम होते हैं।

इन उपायों को अपनाकर आप सावन शनिवार के दिन शनि देव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं और राहु-केतु के नकारात्मक प्रभावों से बच सकते हैं।

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