नई दिल्लीः देश में छाई आर्थिक मंदी के कारण आर्थिक गतिविधियां ठप से पड़ी हैं। मांग न होने के कारण लोग कई कंपनियों ने उत्पादन को बंद कर दिया है। इस दौर में एक राहतभरी खबर आई है। सरकारी क्षेत्र की इलाहाबाद बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट लेंडिंग रेट में 0.05 फीसद की कमी की है। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बैंक ने कहा कि मौजूदा एमसीएलआर की समीक्षा के बाद विभिन्न मैच्योरिटी पीरियड के कर्ज के लिए इसमें 0.05 फीसद की कटौती करने का फैसला किया गया। अब बैंक की एक साल की बेंचमार्क एमसीएलआर 8.40 फीसद से घटकर 8.35 फीसद रह जाएगी। इसी तरह एक दिन से लेकर छह माह के कर्ज के लिए एमसीएलआर 7.85 से 8.20 फीसद के बीच रहेगी। बदलाव वाली दरें सोमवार से लागू होगी। बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने भी हाल ही में मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट में 0.10 फीसद तक की कटौती की है। बैंक का MCLR अब 8.40 फीसद रहेगा। यह आठ अक्टूबर से लागू है। एक दिन से लेकर छह महीने के कर्ज पर MCLR को 0.10 फीसद घटाकर 8.05 से 8.30 फीसद रेंज में किया गया है। साथ ही बैंक ने रेपो रेट से जुड़ी लोन रेट को भी आठ अक्टूबर से कम कर दिया है और यह 0.25 फीसद घटाकर 8.45 फीसद से 8.20 फीसद कर दिया गया है। जबकि आधार दर को सालाना 9.50 फीसद पर बरकरार रखा गया है। इस कटौती से उम्मीद की जारी है कि बाजार में मांग पुनः बढ़ेगी। जिससे आर्थिक गतिविधियों में फिर से सक्रियता आएगी। रुपए में कमज़ोरी आने के कारण सोने-चांदी के दामों में उछाल, जानिए आज के रेट वित्तमंत्री सीतारमण ने ली बैंक अधिकारियों की बैठक, कहा- बैंकों के पास नकदी की कमी नहीं देश में पहला अंतरराष्ट्रीय सहकारी व्यापार मेला शुरु, यह है आयोजन का उद्देश्य