नई दिल्ली: दिवंगत न्यायमूर्ति वीके श्रीवास्तव के देहांत का मामला काफी बड़ा मुद्दा बन गया है. इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश के बाद अब राज्य की यूपी सरकार की ओर से न्यायमूर्ति वीके श्रीवास्तव की कोरोना से हुई मौत की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की गई है. वहीं उस समिति से 7 दिन में रिपोर्ट भी मांगी गई है. बता दें कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने दिवंगत जस्टिस वीके श्रीवास्तव के उपचार आदि के संबंध में जांच के लिए यूपी सरकार को एक समिति का गठन करने का निर्देश दिया था, जिसका गठन हो गया है. SGPGI के एक वरिष्ठ पल्मोनोलॉजिस्ट, सचिव स्तर के एक अधिकारी और अवध बार एसोसिएशन के अध्यक्ष या सीनियर एडवोकेट को समिति में शामिल हैं. अदालत ने लखनऊ बेंच के सीनियर रजिस्ट्रार को दिवंगत जज वीके श्रीवास्तव के उपचार की जांच की एक हफ्ते के भीतर रिपोर्ट पेश करने को कहा है. अब यूपी सरकार ने समिति का गठन कर दिया है और रिपोर्ट भी मांगी है. बता दें कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय के जज वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव का कोरोना संक्रमण के चलते देहांत हो गया था. कुछ दिन पहले उन्हें SPGI में एडमिट कराया गया था. बाद में उन्हें 23 अप्रैल को लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया. सूत्रों के अनुसार, न तो उन्हें अटेंडेंट मिला और न ही दूसरी सुविधाएं. कोरोना वैक्सीन को लेकर WHO का बड़ा बयान, कहा- "बच्चों को वैक्सीन लगाने के स्थान पर गरीब देशों...." आज है अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस, CM शिवराज ने दी बधाई के रघुराम कृष्णम राजू के समर्थन में आए टीडीपी अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू, कही ये बात