श्रीनगर: जम्मू कश्मीर में बीजेपी और पीडीपी का गठबंधन टूटने के बाद से पीडीपी नेता बीजेपी के खिलाफ विवादित बयान दे रहे हैं. इसी क्रम में अब जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम और पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि बीजेपी के साथ गठबंधन करना उनका सबसे गलत फैसला था, जिस कारण वे 2 साल तक पीड़ित रहीं, अगर उनके शब्द में कहें तो "ये ज़हर पीने जैसा था." घोटालों के 'लाल' लालू प्रसाद को IRCTC घोटाले में मिला समन मेहबूबा मुफ़्ती ने कहा कि मुफ़्ती साहब ने उन्हें बीजेपी से हाथ मिलाने की सलाह दी थी, क्योंकि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय जब पीडीपी ने भाजपा से हाथ मिलाया था तो ये एक सुखद गठबंधन था, लेकिन मोदी सरकार के साथ जो गठबंधन किया गया, वो ज़हर का घूँट पीने जैसा था. पीडीपी और बीजेपी का ये गठबंधन 2 साल 2 महीने चला था. इस गठबंधन के टूटने के कई कारण बताए जा रहे हैं, जिसमे मेहबूबा का पाकिस्तान के साथ संवाद की वकालत करना, पत्थरबाजों से नरमी बरतने की सलाह देना,रमजान में संघर्षविराम की पहल करना जैसी बातें शामिल हैं. क्या बीजेपी में शामिल हो सकते है अमर सिंह.. आपको बता दें कि गठबंधन टूटने के बाद से बौखलाए पीडीपी नेता, केंद्र के खिलाफ इसी तरह के ज़हर उगल रहे हैं. इससे पहले पीडीपी नेता मुजफ्फर हुसैन बेग ने भी मॉब लिंचिंग को लेकर केंद्र को एक और बंटवारे की चेतावनी देते हुए कहा था कि 'गाय और भैंस के नाम पर मुसलमानों के कत्ल बंद करें वरना नतीजे अच्छे नहीं होंगे, 1947 में एक बंटवारा पहले ही हो चुका है. " खबरें और भी:- बीजेपी के साथ रहकर जहर का घूंट पिया - महबूबा मुफ़्ती मुफ़्ती ने बना दी फैमिली डेमोक्रेटिक पार्टी-अंसारी पीएम मोदी को धमकी देने वाला आरोपी गिरफ़्तार