चंडीगढ़: राफेल फाइटर जेट्स को पतंगों और कबूतरों से खतरे के मद्देनज़र हरियाणा में अंबाला स्थित वायुसेना केंद्र के 4 किमी के दायरे में 'नो फ्लाइंग जोन' घोषित किया गया है। सूत्रों के मुताबिक, वायु सेना केंद्र अधिकारियों ने यह मुद्दा जिला प्रशासन, छावनी बोर्ड और वन विभाग के सामने रखा था कि कबूतरों और पतंगों से राफेल जेट्स को खतरा हो सकता है। वायु सेना अधिकारियों, जिला प्रशासन व अन्य विभागों की एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की गई बैठक में कबूतरों, पतंगों और ठोस कचरे को लेकर मंथन किया गया। मीटिंग में राफेल जेट्स की सुरक्षा को लेकर भी कुछ अहम फैसले लिए गए, जो यह एजेंसियां अमल में लाएंगी। इस बारे में तीन दिन पहले एयर चीफ मार्शल ने हरियाणा की मुख्य सचिव को चिट्ठी भी लिखी थी। इसके बाद उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा ने वायु सेना केंद्र के 4 किलोमीटर के दायरे में पतंग उड़ाने व पालतू कबूतरों को उड़ाने पर पाबन्दी लगाते हुए इलाके को नो फ्लाइंग जोन घोषित कर दिया है। उन्होंने अंबाला और अंबाला कैंट के SDM को निर्देश दिया है कि समस्या पर नज़र बनाए रखें और एयरफोर्स अधिकारियों से सहयोग करें। आपको बता दें कि पांच राफेल फाइटर जेट 10 सितंबर को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में वायु सेना में शामिल किए जाएंगे। केंद्रीय मंत्री रतन लाल कटारिया के अनुसार कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी के भी मौजूद रहने की संभावना है। पुणे के सरदार वल्लभभाई पटेल अस्पताल में भड़की भीषण आग, राहत कार्य में जुटा दमकल विभाग बंगाल में लंबे समय बाद फिर सक्रीय हुए माओवादी, सामने आई लूटपाट की घटनाएं गुजरात : दाहोद से सामने आया बुराड़ी जैसा मामला, एक ही परिवार के 5 लोगों ने की ख़ुदकुशी