वाशिंगटन: सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में हुई पत्रकार जमाल खशोगी की मौत के बाद अमेरिकी सरकार गंभीर हो गई है। जानकारी के अनुसार बता दें कि अमेरिका ने असंतुष्ट पत्रकार जमाल खशोगी की नृशंस हत्या में कथित रूप से संलिप्तता रखने वाले सऊदी अरब के 17 नागरिकों पर गुरूवार को गंभीर मानवाधिकार उल्लंघन के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। 700 अरब डॉलर के रक्षा बजट पर भी यूएस हारता है चीन-रूस से जंग यहां बता दें कि खशेागी की तुर्की के इस्तांबुल में स्थित सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में हत्या कर दी गई थी। वहीं अमेरिका ने सऊद अल कहतानी, उनके मातहत माहेर मुतरीब, सऊदी अरब के महावाणिज्य दूत मोहम्मद अल उतैबी और एक ऑपरेशन दल के 14 अन्य सदस्यों पर प्रतिबंध लगाए हैं। इसके अलावा प्रतिबंधित लोगों की अमेरिका में संपत्ति के लेन-देन पर भी रोक लगा दी गई है।अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने गुरूवार को कहा कि यह कार्रवाई शासकीय आदेश 13818 के तहत की गई है। दक्षिण एशियाई साहित्य पुरस्कार की दौड़ में शामिल हुए चार भारतीय लेखक गौरतलब है कि सऊदी अरब में खशोगी की मौत के बाद जमकर विरोध प्रदर्शन भी हुए थे। वहीं इस प्रतिबंध के तहत, इन सभी व्यक्तियों की अमेरिकी अधिकार क्षेत्र में जो भी संपत्ति है उसके लेन-देन पर रोक लगा दी गई है और अमेरिकी लोगों को उनके साथ कोई भी लेन देन करने से रोक दिया गया है। पोंपियो ने कहा कि खशोगी के कत्ल के वक्त इन व्यक्तियों के पास शाही दरबार में पद थे और सऊदी अरब सरकार में मंत्रालय थे। खबरें और भी महिला टी20: विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे धुरंधरों को पछाड़ कर मिताली राज ने बनाया नया रिकॉर्ड हॉकी वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम है पूरी तरह से तैयार अमेरिकी ने सीरिया पर बरसाए हवाई गोले, 20 आतंकी ढेर