वाशिंगटन: एक समय था जब युरोपियन देश भारत को 'सपेरों का देश' मानते थे और हिंदुस्तान पर अमेरिका और ब्रिटेन जैसी महाशक्तियों का दबाव हुआ करता था। लेकिन, आज का नया भारत इतना सक्षम और सामर्थ्यवान हो चुका है कि, पूरी दुनिया इसका लोहा मान रही है। हाल ही में व्हाइट हाउस द्वारा जारी किया गया बयान इसकी पुष्टि करता है कि, आज अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का कद कितना बढ़ चुका है। दरअसल, अमेरिका ने रूस-यूक्रेन के बीच बीते एक साल से जारी युद्ध को लेकर एक अहम बयान दिया है। अमेरिका ने कहा है कि भारत के पीएम नरेंद्र मोदी इस जंग को खत्म करने में महत्वपूर्ण रोल निभा सकते हैं। यही नहीं अमेरिका ने कहा है कि पीएम मोदी ही व्लादिमीर पुतिन से बात कर उन्हें युद्ध खत्म करने के लिए मना सकते हैं। दरअसल, व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी से जब पूछा गया कि क्या पीएम मोदी के लिए यूक्रेन और रूस के बीच जंग को रोकने या राष्ट्रपति पुतिन को समझाने में काफी देर हो चुकी है? इसके जवाब में व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिका ऐसी किसी भी कोशिश का स्वागत करेगा, जिससे यूक्रेन का युद्ध खत्म हो सकता है। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि मुझे लगता है कि इस जंग को रोकने के लिए पुतिन के पास अभी भी वक़्त है। पीएम मोदी पुतिन को इसके लिए राजी कर सकते हैं। अमेरिका किसी भी कोशिश का स्वागत करेगा, जिससे ये दुश्मनी समाप्त हो। उन्होंने कहा कि हमें लगता है कि जंग आज खत्म हो सकती है, तो इसे आज ही खत्म हो जाना चाहिए। जॉन किर्बी ने आगे कहा कि यूक्रेनी लोगों के साथ जो हो रहा है, उसके लिए एकमात्र व्यक्ति व्लादिमीर पुतिन जिम्मेदार हैं और वह अभी भी इसे रोक सकते हैं। लेकिन, ऐसा करने के बजाय पुतिन क्रूज मिसाइलों को ऊर्जा और बिजली के बुनियादी ढांचे पर दाग रहे है। पुतिन यूक्रेन में ऊर्जा से संसाधनों को नष्ट कर देना चाहते हैं, ताकि यूक्रेन के लोग और अधिक परेशान हो सकें। बता दें कि, रूस-यूक्रेन युद्ध आरंभ होने के बाद से पीएम नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की से कई दफा बात की थी। यही नहीं, उज्बेकिस्तान के समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन के अवसर पर पीएम मोदी ने पुतिन से कहा था कि, 'मैं जानता हूं कि आज का युग, युद्ध का युग नहीं है। हमने इस मुद्दे पर आपके साथ कई बार फोन पर चर्चा की है। वहीं, रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को फ़ौरन ख़त्म करने के पीएम मोदी के आह्वान का अमेरिका ने स्वागत किया था। साथ ही कई यूरोपी देशों ने भी पीएम मोदी की इस पहल की तारीफ की थी। अमेरिका में संपत्ति या जमीन नहीं खरीद पाएंगे चीनी नागरिक ! कानून बनाने की तैयारी में US OMG! सूरज से टूटकर अलग हुआ एक बड़ा हिस्सा, उड़े वैज्ञानिकों के होश जानिए क्यों 11 फ़रवरी को ही मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय महिला वैज्ञानिक दिवस?