वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के द्वारा 2015 में परमाणु समझौते से बाहर होने के बाद ईरान और अमेरिका दोनों देशो में रिश्ते काफी बिगड़ चुके है. जिसके बाद अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ का कहना है कि अमेरिका के परमाणु समझौते से बाहर होने के बाद अमेरिका ईरान पर दोबारा प्रतिबंध लगा रहा है और इस बार उनका सख़्ती से पालन होगा. चीन से मुकाबले के लिए 2 हजार करोड़ का निवेश करेगा अमेरिका यहाँ पर विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने आगे कहा कि कालीन के आयात सहित ईरानी उद्योग पर व्यापक प्रतिबंध भी लगाए जाएंगे और मंगलवार सुबह नौ बजकर 31 मिनट से ईरान सरकार अमेरिकी मुद्रा नहीं खरीद पाएगी और ईरान पर हर संभव प्रतिबंध लगाए जाएंगे. इंडोनेशिया में भूकंप से हुई 82 लोगों की मौत पोम्पिओ ने कहा कि ईरान पर प्रतिबंध बढ़ाने का तात्पर्य ईरान की घातक गतिविधियों को रोकना है. साथ ही विदेश मंत्री ने ईरान कि सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ईरान की जनता अपनी सरकार की विफलता से नाखुश हैं, जो अपने आर्थिक वादे पूरे नहीं कर पाई. पोम्पियो ने कहा, ‘ईरान के लोग खुश नहीं है, अमेरिका से नहीं बल्कि अपने खुद के देश के नेताओं के काम से' सिंगापुर में सुरक्षा पर आयोजित एक बड़ी बैठक में हिस्सा लेने के बाद वाशिंगटन लौटते समय पोम्पियो ने यह बयान दिया. ख़बरें और भी... सऊदी अरब और कैनेडा के रिश्ते बिगड़े, बर्खास्त किया कनाडाई राजदूत को आज सुबह की बड़ी ख़बरें.. आर्टिकल 35-A पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई