लॉकडाउन और कोरोना संकट के बीच पूरी दुनिया में आम लोगों में असंतोष फैला हुआ है. हर कोई अपने घर वापस जाना चाहता है. वही, अमेरिका में फंसे 85 भारतीयों के एक समूह ने वतन वापसी के लिए अभियान की शुरुआत की है. इन लोगों ने भारत सरकार से अमेरिकी नागरिकता वाले नाबालिग बच्चों के साथ यात्रा करने की अनुमति देने का आग्रह किया है. दरअसल, कोरोना महामारी को देखते हुए ओसीआइ कार्डधारकों में से कुछ कैटगिरी को छोड़कर गैर भारतीय नागरिकों के भारत आने पर प्रतिबंध लगा हुआ है. कोरोना महामारी के बीच पाकिस्तान ने शुरू की इंटरनेशनल फ्लाइट्स आपकी जानकारी के लिए बता दे कि ओसीआइ कार्ड भारतीय मूल के लोगों को जारी किया जाता है. इसके माध्यम से उन्हें अधिकांश मामलों में बिना वीजा के यात्रा की अनुमति मिल जाती है. ओसीआइ कार्डधारकों को भारतीय नागरिकों की तरह ही अधिकार होते हैं, लेकिन यह भारत में ना तो कृषि भूमि खरीद सकते हैं और ना ही मतदान या चुनाव में भाग ले सकते हैं.समूह ने शनिवार को विदेश मंत्रालय, भारतीय दूतावास और अमेरिका में भारत के राजनयिक मिशनों को लिखे पत्र में भारत वापस आने की इच्छा व्यक्त की. साथ ही अधिकारियों से अपने नाबालिग बच्चों को अमेरिकी नागरिकता के साथ यात्रा करने की अनुमति देने का आग्रह किया. अमेरिका ने ईरान को दिखाया आइना, कहा - आप औरतों को पत्थर मारते हैं इसके अलावा समूह में शामिल लोग सोशल मीडिया के माध्यम से एक-दूसरे के संपर्क में आए. इन सभी के बच्चे अमेरिका में पैदा हुए हैं, जिसके चलते वह अमेरिकी नागरिक हैं. हालांकि इनके पास ओसीआइ कार्ड नहीं है. इन नाबालिग बच्चों के माता-पिता ने लिखा कि हम भारत सरकार से विनम्रतापूर्वक अनुरोध करते हैं, वह उन नाबालिगों को यात्रा की अनुमति दे, जिनके पास वैध भारतीय वीजा है. वही, इन लोगों ने पत्र में यह भी लिखा कि हमारी ही तरह अन्य भारतीय वंदे भारत मिशन की बदौलत वतन वापस लौट रहे हैं. हमारे पास भी भारत लौटने के वैध कारण मौजूद हैं, लेकिन हम नाबालिग बच्चों को अमेरिका में छोड़कर वापस नहीं आ सकते हैं. पत्र पर 85 लोगों के हस्ताक्षर हैं, लेकिन माना जा रहा है कि लगभग 250 लोग वतन वापस आना चाहते हैं. 'मौत की मंडी' में फिर शुरू हुआ धंधा, चीन ने खोला कोरोना फैलाने वाला वेट मार्केट नेपाल की संसद में संविधान संशोधन बिल पेश, नए नक़्शे में तीन भारतीय इलाके शामिल अमेरिका में अश्वेत की मौत को लेकर उग्र हुआ प्रदर्शन, कई इलाकों में भड़की हिंसा