हैदराबाद. अमेरिका के कंसास में दो भारतीय युवा पर बिना कारण के हमले चिंता का विषय बनता जा रहा है. इस हादसे के बाद अमेरिका छोड़कर भारत आ चुके आईटी प्रोफेशनल्स ने अपने अन्य साथियों को सावधान रहने के लिए कहा है. बता दे की लगभग 16 वर्ष पहले अमेरिका में रहने वाले आईटी पेशेवर भारत रेड्डी बीते साल ही हैदराबाद शिफ्ट हुए हैं. उनके हिसाब से अमेरिका के शहर और गलियां अब भारतीयों के लिए सुरक्षित नहीं है. अमेरिकी यूनिवर्सिटी में पढाई करने वाले स्टूडेंट्स को भी रेड्डी सावधान रहने की सलाह दे रहे हैं, उन्होंने बताया कि नस्लभेदी हमले पूरे अमेरिका में नहीं हो रहे हैं, किन्तु फिर भी भारतीयों को अमेरिका के अंदरूनी शहरों या कस्बों में रहने से बचना चाहिए क्योंकि यहां नकारात्मक लोगो कि तादाद अधिक है जो कि हद से अधिक नस्लभेदी विचारधारा से आसक्त है. अप्रवासीय भारतीयों पर नस्लभेदी हमले अमेरिका में होना चौकाने वाले बात नहीं है. बता दे कि रिपब्लिकन पार्टी को करारी मात देकर जब 2008 में बराक अोबामा भी अमेरिका के राष्ट्रपति बने थे, तब भी अश्वेत लोगों पर नस्लीय आक्रमण बढ़ गए थे. ये भी पढ़े ट्रम्प के फैसले से प्रभावित होगी 35 लाख कर्मचारियों की जिंदगी, भारत ने लॉबिंग शुरू की अमेरिका की परमाणु हथियार मामले में दोहरी नीति भारतीय अभिभावक बच्चों को अमेरिका नहीं भेजें