नई दिल्ली: अमेरिका में बढ़ती बेरोजगारी की दर इस लॉक डाउन के दौरान अपने अब तक के सबसे बुरे स्तर पर पहुंच गई है और 14.7 फीसद अमरीकी नागरिक बेरोजगार हो गये हैं. मौके की गंभीरता को देखते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को आवश्यक कदम उठाने पड़े हैं और अब अमेरिका में एच-1 बी वीजा को कुछ समय के लिए निलंबित करने के बारे में विचार किया जा रहा है. अमेरिका में कोरोना का प्रकोप देश के रोजगार के क्षेत्र में भी टूटा है. देश की बेरोजगारी दर बेतहाशा बढ़ चुकी है और साढ़े चौदह प्रतिशत से ज्यादा अमेरिकी नागरिक बेरोजगार हो कर घर बैठ गये हैं. इतना ही नहीं तक़रीबन दो करोड़ से ज्यादा अमेरिकियों की नौकरी पर भी संकट मन्डरा रहा है. इस समस्या के निराकरण के लिये डोनाल्ड ट्रंप को अमरीकी सीनेटर टेड क्रूज, टॉम कॉटन, चक ग्रैसली और जोश हावली ने एक पत्र लिखा है और उनको एच-1 बी वीजा को कुछ वक़्त के लिए निलंबित करने का सुझाव दिया है. कोरोना महामारी के चलते अमेरिका में महामन्दी आ गई है और इस महामंदी के चलते बेरोजगारी बेरोजगारी दर 14.7 फीसदी को छूने लगी है और यह महामंदी के बाद यह बेरोज़गारी की उच्चतम दर है. अब आगे के हालात बता रहे हैं कि अमेरिका में 2 करोड़ से अधिक लोगों की नौकरी जा सकती है. जल्द WHO कोरोना संक्रमित की जानकारी देने वाला ऐप करेगा लॉन्च 1960 के मध्य में कोरोना की हुई थी पहचान, विषाणुओं के होते है चार उप-समूह कोरोना के कारण अमेरिका ने सख्त किए नियम, जानिए किन छात्रों को होगी US जाने की अनुमति