न्यूयॉर्क: संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को भारतीय ऊर्जा परमाणु विशेषज्ञ रीता बरनवाल को ऊर्जा विभाग में एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक स्थिति में नियुक्त करने के अपने इरादे की घोषणा की. व्हाइट हाउस ने घोषणा की कि ट्रम्प उन्हें ऊर्जा विभाग में परमाणु ऊर्जा के सहायक सचिव के रूप में नियुक्त करना चाहते है. बरनवाल वर्तमान में परमाणु में त्वरित नवाचार के लिए गेटवे के निदेशक के रूप में कार्य करती है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर अब लगा टैक्स चोरी का आरोप यदि संयुक्त राज्य अमेरिका सीनेट द्वारा पुष्टि की जाती है, तो वे परमाणु ऊर्जा के शक्तिशाली कार्यालय का नेतृत्व करेगी और विभाग के परमाणु प्रौद्योगिकी अनुसंधान और विकास व् परमाणु आधारभूत संरचना के लिए जिम्मेदार होंगी. व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि बरनवाल ने पहले वेस्टिंगहाउस में प्रौद्योगिकी विकास और अनुप्रयोग के निदेशक के रूप में कार्य किया था और बेचटेल बेटीस में मैटेरियल्स टेक्नोलॉजी में मैनेजर भी थी, जहां उन्होंने अमेरिकी नौसेना के रिएक्टरों के लिए परमाणु ईंधन सामग्री में अनुसंधान और विकास का नेतृत्व किया था. ट्रंप ने कहा सऊदी शाह की मदद करता है अमेरिका बरनवाल ने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से मैटेरियल्स साइंस एंड इंजीनियरिंग में बीए और मिशिगन विश्वविद्यालय से पीएचडी किया है. ट्रम्प के न्यूक्लियर एनर्जी इनोवेशन कैपेबिलिटी एक्ट कानून में हस्ताक्षर किए जाने के एक हफ्ते बाद यह ऐलान किया गया है. इससे उन्नत रिएक्टरों के विकास को तेज करने और परमाणु नवाचार के लिए कई वित्तीय और तकनीकी बाधाओं को दूर करने की उम्मीद है. खबरें और भी:- 2022 में भारतीय अंतरिक्ष यात्री को स्पेस स्टेशन भेजने में मदद कर सकता है रूस सुनामी प्रभावित इंडोनेशिया की मदद के लिए भारत ने शुरू किया ऑपरेशन ‘समुद्र मैत्री’ आईसीजे का बड़ा फैसला, अब दुनिया लाइव देखेगी कुलभूषण जाधव मामले की सुनवाई