वाशिंगटन: अमेरिका और चीन द्वारा लगातार एक दूसरे के खिलाफ विभिन्न मुद्दों को लेकर आरोप प्रत्यारोप लगाए जा रहे है, वही अपनी शक्तियों को लेकर भी दोनों विश्व में एक दूसरे को आगे दिखाना चाहते है. ऐसे में कई बार विवाद की स्तिथि खड़ी हो चुकी है. हाल में दक्षिण चीन सागर मुद्दे को लेकर दोनों देश आमने सामने दिखाई दे रहे है. जिसमे दक्षिण चीन सागर को लेकर व्हाइट हाउस ने एक बार फिर से इस मुद्दे पर चीन को चेतावनी देते हुए यह स्पष्ट कर दिया है कि वह अपने हितों की रक्षा करना बखूबी जानता है. व्यापार एक तरफा नहीं हो सकता है. इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भी दक्षिण चीन सागर मुद्दे को लेकर चीन को सचेत किया जा चूका है, जिसमे उन्होंने अमेरिका व चीन के व्यापर सम्बन्धो तथा दक्षिण चीन सागर विवाद पर अपना मत स्पष्ट कर दिया था. जिसके बाद अब फिर से इस मुद्दे पर चीन को घेरने और उसे धमकाने की कोशिश की गयी है. इस बारे में ट्रंप के प्रवक्ता सीन स्पाइसर ने कहा कि अमरीका अपने हितों की रक्षा हर हाल में करेगा. दक्षिण चीन सागर का जो हिस्सा अंतर्राष्ट्रीय जल क्षेत्र में आता है वह चीन का नहीं हो सकता है. हालांकि इस बारे में चीन भी पहले अपना मत स्पष्ट कर चूका है, जिसमे उसने दक्षिण चीन सागर को लेकर विवाद सुलझाने के बारे में कहा था. पाक में आतंक फैलाने में चीन का हाथ: हाफिज सईद कंगाल पाकिस्तान में निवेश का फैसला चीन को पड़ा उल्टा अमेरिका को 10 मिलियन महिलाए देने का प्रस्ताव दे चूका है चीन, जानिए ऐसे ही रोचक FACTS पद संभालने के पहले दिन 34 वादों पर खरे नहीं उतरे ट्रंप ट्रम्प ने टीपीपी समझौते से अमेरिका को अलग किया