वॉशिंगटनः पेरिस जलवायु समझौते को लेकर अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने आधिकारिक तौर पर एक नोटिस जारी कर संयुक्त राष्ट्र को सूचित किया है कि वह पेरिस जलवायु समझौते से बाहर हो जाएगा. साथ ही इस नोटिस में यह भी कहा गया है कि यदि अमेरिका के लिए इस समझौते की शर्तों में सुधार होता है तो वह बातचीत की प्रक्रिया में शामिल रहेगा. गौरतलब है कि अमेरिकी विदेश मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार अमेरिका जलवायु नीति के लिए एक ऐसे संतुलित दृष्टिकोण का समर्थन करता है जो आर्थिक विकास को बढ़ावा दे और ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के अलावा उत्सर्जन को कम करे . बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जून में पेरिस जलवायु समझौते से बाहर होने की घोषणा की थी. जिसकी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उनकी काफी आलोचना हुई थी. ट्रंप ने कहा था कि यह समझौता अमेरिका को 'दंडित' करता है और अमेरिका में इस कारण लाखों नौकरियां चली जाएंगी. इस समझौते से अमेरिका को अरबों डॉलर का नुकसान होगा. बता दें कि अमेरिका को पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते से बाहर होने में कम से कम 3 साल का समय लगेगा.पेरिस जलवायु समझौते से अलग होने का इच्छुक देश चार नवंबर 2019 से पहले आधिकारिक तौर पर अपने उद्देश्य का ऐलान नहीं कर सकता है. इसके बाद समझौते से अलग होने की प्रक्रिया में एक साल का समय और लगेगा. इस हिसाब से यह प्रक्रिया वर्ष 2020 में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के कई सप्ताह बाद पूरी होगी. यह भी देखें अमेरिकी थिंक टैंक ने कहा, PM मोदी लेकर आये BJP का स्वर्ण युग डोनाल्ड ट्रंप ने की नई इमिग्रेशन पाॅलिसी की घोषणा