वाशिंगटन: चीन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए US ने दक्षिण चीन सागर के तमाम इलाकों पर उसके दावे को नकार दिया है. ट्रंप प्रशासन ने एक बड़ा नीतिगत फैसला लेते हुए कहा है कि दक्षिण चीन सागर में चीन के दावे की कोई कानूनी बुनियाद नहीं है और वह एकतरफा तरीके से इस इलाके में अपनी मर्जी नहीं थोप सकता है. अमेरिका ने कहा है कि 21वीं सदी में चीन के आक्रामक रवैए के लिए कोई स्थान नहीं है. अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा है कि, दुनिया बीजिंग को दक्षिण चीन सागर को अपना समुद्री साम्राज्य स्थापित नहीं करने देगी. अमेरिका अपने दक्षिण-पूर्व एशिया के सहयोगी देशों के साथ मजबूती के साथ खड़ा है और अंतरराष्ट्रीय कानून के अंतर्गत उनकी संप्रभुता व संसाधनों पर उनके अधिकारों की सुरक्षा करेगा. अमेरिका दक्षिण चीन सागर या किसी भी अन्य बड़े इलाके में ताकत के दम पर कब्जे के हर प्रयास को खारिज करता है और समुद्री इलाकों की सुरक्षा में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ खड़ा है. अमेरिका की इस घोषणा पर चीन ने भी जवाब दिया है. चीनी दूतावास के प्रवक्ता ने कहा है कि, अमेरिका द्वारा दक्षिण चीन सागर पर दिए गए वक्तव्य में तथ्यों के साथ जानबूझकर छेड़छाड़ की गई है और इलाके के हालात को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया गया है. ये चीन व अन्य देशों के बीच विवाद उत्पन्न करने का प्रयास है और हम इसका सख्त विरोध करते हैं. न्यू मैक्सिको में क्रैश हुआ अमेरिकी वायुसेना का F-16 फाइटर जेट बेहद ही खूबसूरत है सुष्मिता सेन की भाभी, एथनिक लुक में आईं नजर 'नेपाली थे भगवान राम, भारत में मौजूद है नकली अयोध्या'