वाशिंगटन: एकाएक बढ़ा ही जा रहा कोरोना का प्रकोप आज पूरी दुनिया के लिए महामारी का रूप लेता रहा है. वही इस वायरस की चपेट में आने से अब तक 2 लाख 11 हजार से अधिक मौते हो चुकी है. लेकिन अब भी यह मौत का खेल थमा नहीं है. इस वायरस ने आज पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है. कई देशों के अस्पतालों में बेड भी नहीं बचे है तो कही खुद डॉ. इस वायरस का शिकार बनते जा रहें है. जंहा अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि दुनियाभर में कोरोना वायरस के प्रसार के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए. मिली जानकारी के अनुसार अधिकारी ने कम्युनिस्ट शासन वाले चीन पर दूसरे देशों को घटिया एंटीबॉडी टेस्ट किट का निर्यात कर संकट की इस घड़ी में भी कमाई करने का आरोप लगाया है. वहीं, चीन ने कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच की बढ़ती मांग पर कहा है कि इस तरह की जांच का न तो पूर्व में कोई उदाहरण मिलता है और न ही इसका कोई कानूनी आधार है. ट्रंप प्रशासन पिछले कुछ हफ्तों से चीन के खिलाफ आक्रामक रूख अख्तियार किए हुए है. अमेरिका ने चीन पर कोरोना वायरस से संबंधित अहम जानकारियां भी दुनिया की नजरों से छिपाकर रखने का आरोप लगाया है. अमेरिका के व्यापार व विनिर्माण और राष्ट्रीय रक्षा उत्पादन अधिनियम नीति समन्वयक कार्यालय के निदेशक पीटर नवारो ने कहा कि चीन ने कोरोना वायरस के पनपने की जानकारी छह हफ्ते तक दुनिया से छिपा कर रखी. चीन वायरस को वुहान में ही रोक सकता था. लेकिन उसने ऐसा नहीं किया. दुनियाभर में उसे फैलाया. वुहान से हजारों लोग मिलान, न्यूयॉर्क और दुनिया के अन्य देशों में गए. आखिर क्यों हांगकांग पर चीन ने दिया सीमा खोलने का दबाव ईरान में कोरोना ने ढाया कहर, लगातार हो रही मौते स्पेन में छाया मौत का साया, 24 घंटों में 300 से अधिक लोगों की गई जान