वाशिंगटन. युद्धग्रस्त सीरिया में सीरियाई प्रेसिडेंट बशर अल-असद के सैन्य ठिकानो पर अमेरिकी हमले के बाद रूस ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए है. बता दे कि बीते 6 वर्ष से सीरिया में विद्रोह संकट की समस्या है जिस में रूस उसके साथ खड़ा है. इस सम्बन्ध में अमेरिका ने कहा कि केमिकल हमले के बाद यदि जरूरत पड़ी तो वह सीरिया के खिलाफ नए प्रतिबंध भी लगा सकता है. किन्तु विस्तार से इस बारे में कुछ भी नहीं बताया है. चीन ने इस मामले को राजनितिक ढंग से निकालने कि पैरवी की है. जबकि रूस ने अमेरिका की इस कार्रवाई के बाद यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल की मीटिंग बुलाने का कहा है. यूनाइटेड नेशन में अमेरिका की स्थायी सदस्य निकी हेली ने इस हमले को बिलकुल सही ठहराया है. हेली ने कहा है कि हम आगे कि हमले के लिए भी तैयार है किन्तु अब इसकी जरूरत नहीं है. दूसरी और फ्रांस के प्रेसिडेंट फ्रांस्वा ओलांद ने कहा है कि अमेरिका ने सीरिया पर जो कार्रवाई की है वह यूनाइटेड नेशन के बैनर तले की जानी चाहिए थी. ये भी पढ़े अमेरिका के इस इंजीनियर ने बना दिया हवाई जहाज को घर, मिलेंगी सारी सुविधाएं स्वीडन में इंडियन एम्बेसी के पास आतंकवादी हमला, 5 की मौत अमेरिका में एक और भारतीय नस्लीय हिंसा का शिकार