वाशिंगटन: हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका ने बीते सोमवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में उत्तर कोरियाई "उकसावे" के जोखिम पर इस सप्ताह बैठक बुलाई क्योंकि प्योंगयांग एक साल की समय सीमा तक अमेरिकी प्रतिबंध हटाने की मांग कर रहा है. संयुक्त राज्य अमेरिका, जो सुरक्षा परिषद के इस महीने की अध्यक्षता करता है, दुनिया के सबसे अधिनायकवादी राज्यों में से एक, उत्तर कोरिया में मानवाधिकारों पर नियोजित बैठक के बजाय सत्र का समय निर्धारित कर रहा है. वहीं इस बात का पता चला है कि इस सप्ताह की बैठक में कोरियाई प्रायद्वीप में हालिया मिसाइल प्रक्षेपण और एक विस्तृत डीपीआरके उकसावे की संभावना पर एक व्यापक अप्डेट प्रदान करेगा. विदेश विभाग के प्रवक्ता ने उत्तर को अपने आधिकारिक नाम, डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक लेते हुआ ये बयान दिया. जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया द्वारा 13 मिसाइल परीक्षणों पर चर्चा करने के लिए पिछले सप्ताह बंद दरवाजों के पीछे भी मुलाकात की. उस बैठक का आयोजन यूरोपीय राष्ट्रों द्वारा किया गया था, जिसमें उत्तर कोरिया के कार्यों की निंदा की गई थी. लेकिन नए सत्र के लिए अनुरोध संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा उत्तर कोरिया पर बढ़ते चिंता को दिखाता है. कोरिया ने कहा कि कोरिया द्वारा मांग की गई है कि वाशिंगटन परमाणु वार्ता को फिर से शुरू करने के लिए 31 दिसंबर तक एक नया प्रस्ताव पेश किया जाएं. विश्व मानवाधिकार दिवस: प्रत्येक व्यक्ति का अधिकार है, जीवन, आजादी, समानता और सम्मान नागरिकता संशोधन बिल पारित होने पर तिलमिलाया पाक, मोदी सरकार पर लगाया संगीन आरोप अमेरिकी आयोग ने कहा, अमित शाह पर प्रतिबन्ध लगाने पर विचार करे US सरकार