इन दिनों अमेरिका के अत्‍याधुनिक लड़ाकू विमानों की लंबी खेप देखी जा सकती है. पश्चिम एशिया के रेगिस्‍तानों में अमेरिका ने यह कारनामा किया है. जंग में दुश्‍मन के छक्‍के छुड़ा देने वाले एफ-15ई की एक लंबी कतार रेगिस्‍तान की इन रेतों में उड़ान भरते देखा जा सकता है. दुश्‍मनों की फौज तो इन विमानों को देखकर ही पसीने छोड़ देती है. इन दिनों मध्‍य एशिया में भारी टेंशन है. ईरान से बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने मध्‍य एशिया में अपनी नीति में बड़ा बदलाव किया है. उसने यहां सेना को हटाने के बजाए अपने बेड़े को और बढ़ा दिया है. अब उसकी फौज किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार बैठी है. दुश्‍मन की एक भूल उसे भारी पड़ सकती है. आइए जानते हैं कि आखिर अमेरिका ने अपनी सैन्‍य रणनीति में क्‍या बदलाव किया है. इस रणनीतिक बदलाव के पीछे बड़ी वजह क्‍या है. 'पाक को 10 दिन में चटा सकते हैं धूल'', पीएम मोदी के बयान पर पाकिस्तान को लगी मिर्ची मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अब इराक के बजाए मध्‍य सऊदी अरब के अल खर्ज शहर के पास अपना प्रमुख सैन्‍य बेस बनाया है. इस एयर बेस पर अतिरिक्‍त सैनिकों की तैनाती की गई है. यहां लड़ाकू विमानों का भी बेड़ा बढ़ा दिया गया है. ईरान से बढ़ते तनाव के बीच प्रिंस सुल्‍तान एयर बेस अमेरिकी वायु सेना का नया ठिकाना बनाया है. प्रिंस सुल्तान एयर बेस पर एफ-15ई लड़ाकू विमानों की नई स्क्वाड्रन तैनात की गई है. अमेरिका की इस रणनीति बदलाव की दो खास वजह है. सोने की तरह चमकदार और मधुमक्खी के छत्ते जैसी सतह, दुनिया के सामने पहली बार आई 'सूर्य' की तस्वीर अमेरिका की पहली प्राथमिकता मध्‍य एशिया में अपने सैनिकों को सुरक्षित रखना है. इसके लिए उसने अपने सैन्‍य ठिकानों में बदलाव कर दिया. दरअसल , सऊदी अरब के प्रिंस सुल्तान एयर बेस से ईरान की दूरी काफी है. इसलिए ईरान किसी तरह से ड्रोन हमले में सफल नहीं हो सकता. अगर वह ड्रोन हमले करने की हिमाकत करता है तो अमेरिकी जंगी विमान और रडार उसे लक्ष्‍य तक पहुंचने से पहले विफल कर देंगे. दूसरे, अमेरिका की एक चिंता सऊदी अरब के ऊपर हमले को लेकर है. ईरानी सेनाएं अक्‍सर सऊदी अरब के तेल ठिकानों को निशाना बनाती रहीं हैं. इस ठिकाने से अमेरिकी सैनिक ईरानी हमलों को नाकाम करने में सक्षम होंगे. इस एयर बेस से वह ईरानी हमलों को नाकाम करने में सफल होगा. भारत से अधिक इन देशों में है चाय का चस्का कोरोनावायरस से ग्रसित अपने नागरिकों को चीन से बाहर नहीं निकालेगा पाकिस्तान भारत के कुछ शहर जो महिलाओं की सोलो ट्रिप के लिए है काफी सुरक्षित