पाकिस्तान ने एक कार्ययोजना को पूरा नही किया है. यह कार्य फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स से जुड़ा है. इस कार्ययोजना को पूरा न करना पाकिस्तान को भारी पड़ सकता है. एक शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने कहा कि एफएटीएफ के सुझाव को पूरा नहीं करने से पाकिस्तान के आर्थिक सुधार कार्यक्रम पर विनाशकारी प्रभाव पड़ेगा. लगातार बढ़ रही इस रहस्यमयी बीमारी की मार, मरने वालों की संख्या 41 पार इस मामले को लेकर अमेरिका की वरिष्ठ राजनयिक एलिस वेल्स ने यह बात शुक्रवार को कही. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि देश एफएटीएफ के 'ग्रे लिस्ट' से बाहर होगा. देश ने एफएटीएफ के सुझाव को काफी हदतक पूरा किया है. इसी के बाद वेल्स का यह बयान सामने आया है. वेल्स ने यहां रिपोर्टरों से बात करते हुए कहा 'जाहिर है, पाकिस्तान एफएटीएफ के सुझावों को पूरा करने में असफल रहने के बाद ब्लैकलिस्ट होता है, तो यह उसके आर्थिक सुधार कार्यक्रम और निवेशकों को आकर्षित करने की क्षमता के लिए विनाशकारी साबित होगा.' पूर्वी तुर्की में भूकंप का कहर, 18 की मौत इसके अलावा अपने बयान में वेल्स ने कहा कि एफएटीएफ के सुझावों पर अमल करने की दिशा में पाकिस्तान द्वारा उठाए गए कदम को देखकर हमें खुशी हुई है. वेल्स हाल ही में इस्लामाबाद की यात्रा से लौटी हैं. वह एक सवाल का जवाब दे रही थी कि अगर पाकिस्तान एफएटीएफ के सुझावों को पूरा नहीं करता है तो अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा दिया जाने वाला धन प्रभावित हो सकता है.पाकिस्तान एफएटीएफ के सुझावों को पूरा नहीं करता है तो इसका प्रभाव अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) से उसे मिलने वाला धन पर पड़ सकता है? इसका जवाब देते हुए वेल्स ने कहा कि इस समय बीजिंग में एक बैठक चल रही है जहां पाकिस्तान अपने कार्यों को टास्क फोर्स के समक्ष प्रस्तुत कर रहा है. टास्क फोर्स के मूल्यांकन के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा. भारत सरकार से नेपाल का आग्रह, पाम ऑयल के इम्पोर्ट पर लगी रोक हटाएं लंदन में छुरेबाजी का मामला, मारे गए तीनों लोग निकले भारतीय नागरिक प्रीतम ने बनाया अपने बैंड के साथ विश्व रिकॉर्ड,1046 कलाकारों को सलाम