वॉशिंगटन: 26 जनवरी को भारत ने अपना 70वां गणतंत्र दिवस का उत्सव मनाया. ऐसे में एक तरफ जहां पूरा देश लोकतंत्र के इस महापर्व का जश्न मना रहा था, वहीं दूसरी तरफ अमेरिका में कुछ खालिस्तानी समर्थक गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारतीयों की परेड का विरोध कर रहे थे. दरअसल, अमेरिका के वॉशिंगटन शहर में गणतंत्र दिवस के अवसर पर स्थानीय भारतीयों ने गणतंत्र दिवस पर तिरंगे और बैनर के साथ परेड कार्यक्रम का आयोजन किया था, इस पर कुछ खालिस्तानी समर्थकों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया और परेड बंद कराने में लग गए. ब्राजील : खदान के पास बांध के ढह जाने से मची तबाही, 50 की मौत सैकड़ों लापता उल्लेखनीय है कि इससे पहले खालिस्तान समर्थकों ने धमकी देते हुए कहा था कि अगर वॉशिंगटन में तिरंगा लहराया गया तो वे लोग तिरंगे को जला देंगें, किन्तु किसी भी हालत में यहां गणतंत्र दिवस का समारोह नहीं होने देंगे. ऐसे में जैसे ही कुछ स्थानीय भारतीय तिरंगा लेकर सड़कों पर आए तो खालिस्तान समर्थकों ने उनका जमकर विरोध किया और परेड को बीच में ही रोक दिया, किन्तु सच्चे भारतीयों के सामने आखिर में खालिस्तान समर्थकों को हार स्वीकार करना पड़ा. स्थानीय भारतीय विरोध के बाद भी आगे बढ़ते रहे और 'भारत माता की जय' के नारे लगाते रहे. तुलसी गबार्ड ने शुरू किया चुनाव प्रचार, ट्रम्प प्रशासन को दी बड़ी हिदायत वहीं सिख फॉर जस्टिस ग्रुप ने अपनी वेबसाइट पर दावा किया है कि, उन्होंने अमेरिका में भारतीय दूतावास के सामने भारतीय झंडा जलाते हुए अपना विरोध जताया है, किन्तु मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि सिख फॉर जस्टिस ग्रुप का यह दावा झूठ है और ग्रुप ने ऐसा कोई काम नहीं किया है. आपको बता दें खालिस्तान समर्थक गणतंत्र दिवस से पहले ही ये चेतावनी दे चुके थे कि वे वॉशिंगटन डीसी स्थित भारतीय दूतावास के सामने गणतंत्र दिवस का विरोध करते हुए भारतीय झंडा जलाएंगे. खबरें और भी:- सिंगापुर के मंत्री का बड़ा बयान, भारत की विश्व में बढ़ती अर्थव्यवस्था से हम काफी खुश सीरिया में गुरुवार को फिर हुआ बम हमला, कई नागरिक घायल ये हैं वो 7 देश जो दुनिया में होकर भी गायब हैं मैप से