कोरोना के खिलाफ जंग में लगातार भारत के संपर्क में रहेगा अमेरिका - व्हाइट हाउस

नई दिल्ली: अमेरिका कोरोना महामारी के संकट से निपटने और भारत की आवश्यकताओं को जानने के लिए लगातार भारत के साथ संपर्क बनाए रखेगा। देश में महत्वपूर्ण अमेरिकी मदद आपूर्तियों के पहुंचना शुरू होने के बाद व्हाइट हाउस ने यह बात कही है। कोरोना वायरस की दूसरी लहर के खिलाफ जंग में भारत को समर्थन देने के बाइडन प्रशासन की कोशिशों के तहत दो अमेरिकी सैन्य विमान बड़ी मात्रा में आपातकालीन चिकित्सा आपूर्तियों को लेकर भारत पहुंचे।

आपूर्तियों की पहली खेप अमेरिकी एयरफोर्स के सबसे बड़े सामरिक विमानों में से एक सी-5 एम सुपर गैलेक्सी के साथ दिल्ली पहुंची, जबकि दूसरी खेप सी-17 ग्लोबमास्टर ने भारत पहुंचाई। इसमें 1,84,000 त्वरित जांच किट और 84,000 एन-95 मास्क भी शामिल हैं। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने शुक्रवार को प्रेस वालों को बताया कि, "हम भारत की आवश्यकताओं को लेकर लगातार देश से संपर्क में रहेंगे।" साकी ने कहा कि विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने भारतीय सरकार की कार्रवाई के समर्थन में जारी अमेरिका सरकार की कोशिशों की समीक्षा के लिए भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात की।

साकी ने आगे कहा कि, "उन्होंने अमेरिकी उद्योगों की ओर से मिल रहे समर्थनों, हमारी जारी चर्चाओं, गैर सरकारी संस्थानों एवं निजी नागरिकों की सहायता पर भी ध्यान दिलाया।" कुल मिलाकर, अमेरिका भारत को 10 करोड़ डॉलर से अधिक चिकित्सीय आपूर्तियां करने की कोशिश कर रहा है। पेंटागन ने कहा कि आगामी सप्ताह में और ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ ही ऑक्सीजन सांद्रक, ऑक्सीजन उत्पादन इकाई, अतिरिक्त निजी सुरक्षात्मक उपकरण (PPE) ,त्वरित जांच किट और दवाएं पहुंचाई जाएंगी।

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