दक्षिण कोरिया, जापान और चीन की तरह अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश भारत, अमेरिकी कच्चा तेल खरीदने लगा है. इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आइओसी) ने जुलाई में अमेरिकी कच्चे तेल की खरीद की थी. भारत में पहली बार अमेरिकी कच्चे तेल की पहली खेप सोमवार को ओडिशा के पारादीप बंदरगाह पर वेरी लार्ज क्रूड कैरियर (वीएलसीसी) के जरिये पहुंचेगी. आइओसी के चेयरमैन संजीव सिंह ने बताया कि सोमवार की सुबह तक पारादीप बंदरगाह पर लाख बैरल (प्रति बैरल 158 लीटर) अमेरिकी कच्चे तेल का पोत पहुंच जाएगा. अमेरिकी कच्चे तेल की वजह से ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की आपूर्ति मांग से ज्यादा हो गई है . इस वजह से केंद्र सरकार इसे सस्ते विकल्प के तौर पर देखती है और इसे खरीदने के लिए सार्वजनिक कंपनियों को प्रोत्साहित कर रही है. आइओसी प्रमुख ने कहा कि आइओसी पहली खेप में अमेरिका से लाख बैरल हाई सल्फर क्रूड मार्स और पश्चिमी कनाडा से चार लाख बैरल कच्चा तेल आयात कर रही है. दूसरी खेप में वह 19 लाख बैरल अमेरिका कच्चा तेल खरीदेगी. इसमें से करीब आधा शेल ऑयल होगा. आइओसी के बाद सार्वजनिक क्षेत्र की दूसरी ऑयल कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि. (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) भी अमेरिकी कच्चा तेल आयात करने का प्रयास कर रही हैं. आज से SBI में बदले ये चार नियम बैंकों का तोहफा, लोन हुआ सस्ता स्टीकर वाले सामान की बिक्री की अंतिम तिथि बढ़ाई