वॉशिंगटन : अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा साल 2008 की मंदी के बाद पहली बार ब्याज दरें घटाई गई हैं. अर्थव्यवस्था में फिर से किसी गिरावट की आशंका से बचने हेतु फेडरल रिजर्व द्वारा यह बड़ा कदम उठाया गया है. प्राप्त मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ब्याज दरों को 2 से 2.25 के बीच रखना तय हुआ है, जिसका असर क्रेडिट कार्ड और कई तरह के लोन पर भी देखने को मिलेगा. फेडरल रिजर्व द्वारा बेंचमार्क दरों में करीब चौथाई फीसदी की कटौती कर दी गई है. फेड की इस घोषणा के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल और सोने की कीमत में गिरावट भी आ गई है. बता दें कि कच्चा तेल 1.06 डॉलर प्रति बैरल घटकर 63.99 डॉलर पर आ चुका है और अमेरिका में अक्टूबर के लिए गोल्ड फ्यूचर का निपटान 0.4 फीसदी घटकर 1,431.80 डॉलर प्रति औंस हो चुका है. बता दें कि इस खबर से अमेरिकी बाजार भी काफी निराश हुआ है और वहां के शेयर बाजार में भी भारी गिरावट देखने को मिली है और इसकी वजह यह है कि राष्ट्रपति ट्रंप द्वारासंकेत दिया गया है कि फेडरल रिजर्व बस ब्याज में कटौती कर रहा है, साथ ही अर्थव्यवस्था को संभालने हेतु राहत पैकेज जैसी उम्मीद न की जाए. दिग्गी राजा का पीएम मोदी पर निशाना, कहा- अगर एक लाख का जुर्माना रखते, तो जीत लेते मुस्लिमों का विश्वास उत्तर प्रदेश से रूठा मानसून, उमस भरी गर्मी में हुआ इजाफा अपने नेताओं के भाजपा ज्वाइन करने पर लड्डू बाँट रही कांग्रेस, आखिर क्या है माजरा ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के इस नंबर पर करें फोन और जानें इमरात वैध है या अवैध