वाशिंगटन: संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) ने पहली बार सार्वजनिक रूप से सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान पर पत्रकार जमाल खशोगी के क़त्ल को मंजूरी देने का इल्जाम लगाया। जिसके बाद राज्य सचिव एंटनी ब्लिंकेन के द्वारा घोषित "खशोगी प्रतिबंध" के तहत 76 सऊदी लोगों को ब्लैकलिस्ट में डाल दिया गया। अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, जमाल खशोगी के क़त्ल में सऊदी सरकार की भूमिका थी। प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने इस्तांबुल, तुर्की में एक अभियान को हरी झंडी दे दी, जो कि खशोगी को मारने के लिए था, क्‍योंकि वह प्रिंस सलमान का कट्टर आलोचक था। इस बात का खुलासा राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन द्वारा गठित की गई एक खुफिया रिपोर्ट में किया गया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रिंस मोहम्मद के प्रभाव को देखते हुए यह संभावना नहीं है कि 2018 की खगोशी की हत्या उनकी इजाजत के बिना हो सकती है। बता दें कि द वॉशिंगटन पोस्ट के लिए लिखने वाले पत्रकार जमाल खशोगी को अक्टूबर 2018 में इस्तांबुल में सऊदी वाणिज्य दूतावास में पहले मार डाला गया और फिर टुकड़ों में काट दिया गया। मृतक लेखक के सम्मान में राज्य सचिव एंटनी ब्लिंकेन ने "खाशोगी प्रतिबंध" का ऐलान किया, जो संयुक्त राज्य के विदेशियों के प्रवेश पर बैन लगाएगा, जो पत्रकारों और उनके परिवारों को धमकी देते हैं और तत्काल 76 सऊदी के लोगों को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है। मुंबई में 97 रुपए का हुआ 1 लीटर पेट्रोल, जानें आपके शहर में क्या है भाव जनवरी अंत में राजकोषीय घाटा बढ़कर 12.34 लाख करोड़ रुपये तक पंहुचा मौजूदा मुद्रास्फीति लक्ष्य को बनाए रखने के पक्ष में रिजर्व बैंक