वाशिंगटन: अमेरिकी रिसर्चर्स के ग्रुप की तरफ से की गई नई स्टडी में अनुमान लगाया गया है कि कोरोना वायरस महामारी का कहर अगले 18-24 महीनों तक बना रह सकता है. साथ ही दुनिया भर की सरकारों को सतर्क किया गया है कि वो अगले दो साल तक महामारी के समय-समय पर दोबारा सिर उठाने की स्थिति के लिए तैयार रहें. अमेरिका के मिनेसोटा यूनिवर्सिटी में सेंटर फॉर इन्फेक्शियस डिजीज रिसर्च एंड पॉलिसी की तरफ से "Covid-19 व्यूपॉइंट" नाम से की गई स्टडी इन्फ्लुएंजा महामारी के पिछले पैटर्न पर आधारित है. शोधकर्ताओं का कहना है कि SARS और MERS जैसी हालिया कोरोना वायरस बीमारियों की प्रकृति से मौजूदा "SARS-CoV-2 (नए कोरोना वायरस) की प्रकृति बेहद भिन्न है." स्टडी के अनुसार, ये पैथोजंस (रोगजनक) इस वायरस को लेकर क्या पूर्वानुमान लगाए जाएं, इसके लिए उपयोगी मॉडल प्रदान नहीं करते हैं. इन्फ्लुएंजा वायरस और कोरोना वायरस के बीच अंतर होने के बाद भी, वैज्ञानिक जोर देते हैं कि दोनों महामारियों के बीच बहुत कुछ समानताएं हैं. दोनों मुख्य तौर पर श्वसन मार्ग से फैलती हैं. दोनों वायरस के साथ बगैर लक्षण के संक्रमण फैलता है. दोनों लाखों लोगों को संक्रमित करने और दुनिया भर में तेजी से फैलने की ताकत रखती हैं. कोरोना: अमेरिका में 80 हज़ार से अधिक लोगों की मौत, ब्रिटेन की भी हालत गंभीर चीन में कोरोना ने किया पलटवार, वूहान में सामने आए 16 नए मामले चीन से बात तक करने को तैयार नहीं अमेरिका, राष्ट्रपति ट्रम्प ने प्रेस वार्ता में कही बड़ी बात