वाशिंगटन: वाशिंगटन में स्थित अमेरिका के थिंक टैंक ‘Pew Research Center’ ने भारत में विभिन्न धर्मों को लेकर स्टडी की है और अपना रिपोर्ट जारी की है। Pew के रिसर्च के मुताबिक, भारत की आबादी विविधता भरी है और धर्म में खासी आस्था रखती है। विश्व के ज्यादातर हिन्दू, जैन और सिख भारत में ही रहते हैं, लेकिन साथ ही ये विश्व की सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाले देशों में से भी एक है। यहाँ बौद्ध और ईसाईयों की जनसंख्या भी कई लाख में है। ‘Pew Research Center’ के मुताबिक, उसने कोरोना संकट से पहले 2019-20 में 29,999 भारतीयों को लेकर एक सर्वे किया, जिसमें यहाँ राष्ट्रवाद, धार्मिक आस्था और सहिष्णुता को लेकर स्टडी की गई। Nearly three-quarters of Hindus (72%) in India say a person cannot be Hindu if they eat beef. That is larger than the shares of Hindus who say a person cannot be Hindu if they do not believe in God (49%) or never go to a temple (48%). https://t.co/Si7DC45nwQ pic.twitter.com/qE5jWEYchy — Pew Research Center (@pewresearch) June 29, 2021 भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 17 भाषाओं में स्थानीय स्तर के लोगों द्वारा एक सर्वेक्षण कराया गया। इसमें पाया गया कि भारत के लोग धार्मिक रूप से सहिष्णु हैं, किन्तु वो अपना धार्मिक जीवन अलग-अलग जीना पसंद करते हैं। रिसर्च के मुताबिक, 84 फीसद लोगों ने खुद को ‘सच्चा भारतीय’ बताते हुए सभी धर्मों के सम्मान की बात कही, जबकि 80 फीसद ने कहा कि अपने धर्म का एक हिस्सा होने भी उतना ही अहम है, जितना दूसरे धर्मों का आदर करना। 6 धर्मों के लोगों ने कहा कि वो भारत में अपने धार्मिक क्रियाकलाप स्वतंत्रता से करते हैं। ज्यादातर ने बताया कि दूसरे धर्मों के लोग भी यहाँ पूरी स्वतंत्रता के साथ आने धार्मिक क्रियाकलाप करते हैं। इस सर्वे में दावा किया गया है कि 85 फीसद हिन्दुओं ने माना कि एक सच्चा भारतीय सभी धर्मों का आदर करता है, जबकि 78% मुस्लिमों ने यह बात कही। Across India, most people (84%) say that to be “truly Indian,” it is very important to respect all religions. But Indians’ commitment to tolerance is accompanied by a strong preference for keeping religious communities segregated. https://t.co/Si7DC45nwQ pic.twitter.com/rVr5aBvWMA — Pew Research Center (@pewresearch) June 29, 2021 64% हिन्दुओं ने कहा कि भारत का सच्चा नागरिक होने के लिए हिन्दू होना आवश्यक है और उनमें से 80 फीसद ने कहा कि इसके लिए हिंदी भाषा भी जरुरी है। 72% हिन्दुओं ने कहा कि बीफ खाने वाला व्यक्ति हिन्दू नहीं हो सकता। रिसर्च में पाया गया कि गाय को हिन्दू पवित्र मानते हैं। ‘Pew Research Center’ की रिसर्च के अनुसार, 74% मुस्लिमों ने कहा कि मुस्लिमों को अपने मजहब की शरिया कोर्ट में ही जाना चाहिए। बता दें कि 1937 से ही भारत में मुस्लिमों के लिए मजहबी मामलों को निपटाने के लिए एक अलग न्यायिक व्यवस्था है, जिसे ‘दारुल-उल-क़ज़ा’ कहा जाता है। काजी के अंतर्गत काम करने वाले इन कोर्ट का फैसला मानने के लिए कानूनी रूप से किसी को मजबूर नहीं किया जा सकता। केयर रेटिंग ने कहा- पश्चिम बंगाल सरकार ने आरबीआई नीलामी विंडो के माध्यम से 2,500 करोड़ रुपये जुटाए सपा नेता उम्मेद पहलवान पर लगा NSA, मुस्लिम बुजुर्ग की पिटाई में जोड़ा था 'जय श्री राम' राहत! पेट्रोल-डीजल को लेकर आई अच्छी खबर, जानिए आज का दाम