वाशिंगटन: अमेरिका की खुपिया एजेंसियों ने इस बात को लेकर चिंता जताई है कि अगर भारत में कोरोना वायरस का संक्रमण फैला तो वह उससे कैसे निपटने वाले है. जंहा एजेंसियों ने भारत की घनी आबादी को महामारी नियंत्रण के लिए गंभीर चिंता का विषय बताया जा रहा है. जंहा खुफिया एजेंसियां दुनियाभर में संक्रमण के फैलने और विभिन्न देशों द्वारा उठाए गए कदमों की भी निगरानी कर रही हैं. इस बात का पता चला है कि खुफिया मामलों से जुड़ी अमेरिकी संसद के निचले सदन की समिति को देश की जासूसी एजेंसियों से कोरोना वायरस के संक्रमण पर एक रिपोर्ट मिली है. जंहा इस बात की जानकारी मिली है कि इसके अलावा समिति को रोजाना के आंकड़ें भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं. इस समिति के एक सदस्य ने बताया कि खुफिया एजेंसियां इस महामारी के कारण राष्ट्रीय सुरक्षा और अर्थव्यवस्था सहित विभिन्न देशों द्वारा उठाए गए कदमों की निगरानी कर रही हैं. जंहा यह भी कहा जा रहा है कि स्वास्थ्य एजेंसियां इस बारे में उनकी मदद कर रही हैं. खुफिया एजेंसियों के रडार पर ईरान भी है, जहां देश के उपस्वास्थ्य मंत्री खुद इसकी चपेट में हैं. अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने भी मंगलवार को कहा था कि ईरान द्वारा महामारी के आंकड़े छिपाए जाने से अमेरिका चिंतित है. वहीं इस बात को लेकर अमेरिका की सरकार से जुड़े सूत्र के मुताबिक ईरान द्वारा महामारी को रोकने के लिए उठाए गए कदम प्रभावी नहीं हैं. उसके पास इससे निपटने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं हैं. कोरोना का बढ़ा खौफ, पूरी दुनिया में फेस मास्क की पड़ी किल्लत WHO ने बढ़ाया कोरोना वायरस के जोखिम का स्तर क्या पाकिस्तान को मिल सकता है 6 बिलियन अमरीकी डॉलर का बेलआउट पैकेज ?