नई दिल्‍ली। उत्तर प्रदेश के अमेठी के एक पुलिस कांस्टेबल को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गाँधी की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों से बहस करना काफी महंगा पढ़ जगाया है। इसके बदले में उसे न केवल अपनी मेडिकल जाँच करवानी पड़ी बल्कि उसे अस्थाई तौर पर नौकरी से हटा भी दिया गया है। खुली आंखों से चुनाव जीतने का सपना देख रहे हैं राहुल बाबा- अमित शाह दरअसल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गाँधी कल याने सोमवार (24 सितंबर) के दिन उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के एक अतिथि गृह में ठहरे हुए थे। वहां उनकी उनकी सुरक्षा के लिए कुछ पुलिस कांस्टेबल्स को तैनात किया गया था। लेकिन इनमे से एक कांस्टेबल की राहुल की ही वीआईपी सुरक्षा में लगे एसपीजी कर्मियों से बहस हो गई थी। इस बहस के बाद एसपीजी जवानों ने कांस्टेबल पर आरोप लगाया था कि उस वक्त वे नशे में थे। राफेल सौदा: राहुल गांधी का पीएम मोदी पर तीखा प्रहार, कहा फ्रांस राष्ट्रपति ने पीएम को बताया चोर इसके बाद इस कांस्टेबल की चिकित्सकीय जाँच कराई गई थी जिसमे यह बात सामने आई थी कि वो नशे में नहीं था। हालाँकि उसे कुछ दिनों के लिए अस्थाई तौर पर ड्यूटी से हटा दिया गया है और उसकी जगह एक अन्य कांस्टेबल को तैनात कर दिया गया है। अमेठी के पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य के मुताबिक वीआईपी की सुरक्षा में एसपीजी कर्मियों के सादी वर्दी में तैनात होने की वजह से कांस्टेबल को गलत फहमी हो गई थी जिस वजह यह बहस हुई थी। ख़बरें और भी सोनिया-राजीव का नाम नहीं होता तो नौकरी को भी तरस जाते राहुल: मनोज तिवारी राफेल डील: कम्युनिस्ट पार्टी भी आई कांग्रेस के समर्थन में, कहा चुप क्यों हैं पीएम मोदी ? राफेल विवाद मामला : रविशंकर प्रसाद बोले - राहुल गाँधी में न गुण हैं, न काबिलियत