नई दिल्ली: आदित्य-एलवन (Aditya-L1) की सफल लॉन्चिंग के पश्चात् ISRO प्रमुख डॉ. एस. सोमनाथ ने कहा कि Chandrayaan-3 का रोवर प्रज्ञान (Pragyan Rover) अब तक चांद की सतह पर 100 मीटर चल चुका है. विक्रम लैंडर एवं रोवर दोनों की सेहत ठीक है. दोनों के सभी पेलोड्स तरीके से काम कर रहे हैं. इससे पहले रोवर ने विक्रम लैंडर की बेहतरीन फोटो ली थी. सामने आए गड्ढे से बचने के लिए उसने रास्ता भी बदला था. तस्वीरें वो नेविगेशन कैमरा (NavCam) से ले रहा है. इस कैमरे को लेबोरेटरी फॉर इलेक्ट्रो-ऑप्टिक्स सिस्टम्स (LEOS) ने बनाया है. प्रज्ञान रोवर में एक ओर ये दो नैवकैम लगे हैं. असल में रोवर का कुल वजन 26 kg है. यह 3 फीट लंबा, 2.5 फीट चौड़ा तथा 2.8 फीट ऊंचा है. 6 पहियों पर चलता है. रोवर का टारगेट था कि वो चांद का एक दिन पूरा होने से पहले 500 मीटर की यात्रा कर ले. वह निरंतर एक सेंटीमीटर प्रति सेकेंड की गति से आगे बढ़ रहा है. अगले 5-6 दिनों तक चांद की सतह पर तब तक काम करेगा, जब तक इसे सूरज से ऊर्जा प्राप्त होगी. तब तक कैमरों से चांद की सतह तथा विक्रम की फोटो खींचता रहेगा. कैसे-कैसे यंत्र लगे हैं प्रज्ञान रोवर में... इस फोटो में क्लॉकवाइज देखिए - सबसे पहले सोलर पैनल. मतलब ये सूरज की गर्मी से ऊर्जा लेकर रोवर को देगा. - उसके ठीक नीचे सोलर पैनल हिंज. यानी जो पैनल को रोवर से जोड़ता है. - है नेव कैम मतलब नेविगेशन कैमरा. ये दो हैं. ये रोवर की आंखें हैं. - इसका चेसिस नजर आ रहा है. - सोलर पैनल के नीचे आने पर उसे संभालने वाला सोलर पैनल होल्ड डाउन है. - छह व्हील ड्राइव असेंबली है. यानी पहिए लगे हैं. - इसके अतिरिक्त रॉकर बोगी है. जो पहियों को ऊबड़-खाबड़ जमीन पर चलने के लिए सहायता करते हैं. - रोवर के निचले हिस्से में रोवर होल्ड डाउन लगा है. यदि रोवर चल नहीं रहा होता तो वह जमीन से जुड़कर एक जगह टिका रहेगा. - वार्म इलेक्ट्रॉनिक्स बॉक्स मतलब ऐसे इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम जो गर्म माहौल में बेहतर तरीके से काम कर सकें. रोवर को दिए गए इंस्ट्रक्शन के हिसाब से चलाते रहें. - डिफ्रेंशियल्स मतलब प्रत्येक यंत्र एवं हिस्से को अलग रखने के लिए बनाई गई दीवार. ऊपर है एंटीना, जो लैंडर के साथ संपर्क साधने में सहायता करते हैं. CDS चौहान और RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने किए 'बाबा' के दर्शन, बोले- 'महाकाल के भरोसे दुनिया चल रही' बकरी ढूढ़ने में जुटी UP पुलिस, जानिए पूरा मामला 6 वर्षीय बच्ची के साथ स्कूल बस में की गई गंदी हरकत, चेयरमैन ने अभिभावक पर डाला केस वापस लेने का दबाव