नई दिल्ली: केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को अर्थव्यवस्था की हालत सुधारने के लिए कई उपायों का ऐलान किया है. उनकी इन घोषणाओं के बाद देश के गृहमंत्री अमित शाह ने देश की अर्थव्यवस्था को लेकर कहा है कि, वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी के बाद भी भारत की अर्थव्यवस्था अच्छी स्थिति में है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार विकास को प्राथमिकता में रखते हुए आर्थिक रूप से विवेकपूर्ण फैसले लेती है. निर्मला सीतारमण द्वारा आज की गई घोषणाएं बताती हैं कि मोदी सरकार 2.0 देश की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनोमी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. बैंकों में 70,000 करोड़ रुपये पुर्नपूजीकरण की घोषणा इस वर्ष जुलाई में पेश किए गए पूर्ण बजट में की गई थी. क्रेडिट ग्रोथ (कर्ज उठाव) को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया गया है, ताकि भारत को वित्त वर्ष 2024-15 तक 5 ट्रिलियन वाली इकॉनमी बनाया जा सके. बैंकरों का कहना है कि इस टारगेट को प्राप्त करने के लिए कर्ज देने की दर को वार्षिक 18-20 फीसदी की दर से बढ़ाना होगा. एक अन्य नीतिगत उपाय में, वित्त मंत्री ने कहा कि बैंक अब सभी कर्जदाताओं को लाभान्वित करने के लिए एमसीएलआर कटौती के हिसाब से ऋण की दर में कटौती करेंगे. इन दोनों कदमों से होम लोन, वाहन और अन्य खुदरा कर्ज की EMI कम होगी, क्योंकि अब इन्हें सीधे रेपो दर से जोड़ दिया जाएगा. आज पीएम मोदी को मिलेगा UAE का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, क्राउन प्रिंस के साथ होगी बैठक पतंजलि योगपीठ के महामंत्री की तबियत बिगड़ी, एम्स में हुए भर्ती चिदंबरम की गिरफ़्तारी पर भड़के तेजस्वी यादव, भाजपा सरकार पर साधा निशाना