अहमदाबाद: गृह मंत्री अमित शाह सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती यानी एकता दिवस के मौके पर स्टैचू ऑफ यूनिटी पर आयोजित एकता परेड में शामिल हुए हैं। यहाँ उन्होंने स्टैचू ऑफ यूनिटी पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी। वहीं अब वह यहाँ से संबोधन दे रहे हैं। उनका कहना है, आज सरदार पटेल की जन्म जयंती है। मैं पूरे देश में करोड़ों देशवासियों को बताना चाहता हूं- 'सदियों में कोई एक सरदार बन पाता है, वो एक सरदार सदियों तक अलख जगाता है'। दृढ़ संकल्प और मजबूत इच्छाशक्ति के प्रतीक तथा आधुनिक भारत के शिल्पकार भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी के जयंती दिवस पर उन्हें कोटि-कोटि नमन। सभी को राष्ट्रीय एकता दिवस की शुभकामनाएं। #RashtriyaEktaDiwas #SardarVallabhbhaiPatel #NationalUnityDay View attached image - Nitin Gadkari (@nitin.gadkari) 31 Oct 2021 इसी के साथ उन्होंने कहा, 'आज जो परंपरा हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने शुरू की है, देश के प्रथम गृह मंत्री और लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्म दिन को राष्ट्रीय एकता दिन के रूप में मनाने की परंपरा को आज हम आगे बढ़ा रहे हैं। सरदार पटेल की दी हुई प्रेरणा ने ही आज देश को एक और अक्षुण्ण रखने का कार्य किया है। आज उनकी प्रेरणा देश को आगे ले जाने में, हमें एकजुट रखने में सफल हुई है। केवड़िया किसी जगह का नाम नहीं है, ये तीर्थ स्थान बन गया है। राष्ट्र की एकता का तीर्थ स्थान, देश भक्ति का तीर्थ स्थल और आज ये आसमान को छूने वाली स्टैचू ऑफ यूनिटी पूरी दुनिया को संदेश दे रही है कि भारत का भविष्य उज्ज्वल है।' इसी के साथ उन्होंने कहा, 'सरदार साहब ने भारत को एक करने का काम किया मगर दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरदार साहब को भुलाने का प्रयास किया गया। आजादी के बाद उनके योगदान को उचित सम्मान, उचित स्थान कभी नहीं मिला। न ही उन्हें भारत रत्न दिया गया, न उनको उचित सम्मान दिया गया मगर कहते हैं कि सूर्य को कोई कितनी देर तक अलग कर रख सकते हैं। आज सरदार साहब को भारत रत्न भी मिला है और विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा हम सबकी नजरों के सामने हैं। यह स्टैचू ऑफ यूनिटी पूरी दुनिया को संदेश है कि भारत की एकता को कोई तोड़ नहीं सकता।' वहीं आगे उन्होंने यह भी कहा, 'इस जन सहयोग से बनी हुई मूर्ति इसका प्रतीक है कि आने वाली पीढ़ियों किस प्रकार से सरदार से प्रेरणा लेकर आगे जाना है। हमारी एकता को प्रदर्शित करते हुए रन फॉर यूनिटी भी उसी दिन शुरू होती है। सुबह एकता के लिए राष्ट्रीय एकता दौड़ में अपने आप को समर्पित करते हैं । यह आजादी के अमृत महोत्सव का वर्ष हम सबके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। देश में प्राप्त की हुई सिद्धियों का गुणगान तो गाना है। मगर 100 साल बाद देश कहां होगा, उसका संकल्प भी आज की पीढ़ी को लेना है।' अमित शाह पर भड़के हरीश रावत अमित शाह ने दी सरदार पटेल को श्रद्धांजलि 'बिग बॉस 15' से कटेगा इस हसीना का पत्ता, कंटेस्टेंट को लगेगा झटका