मुंबई: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (HM Amit Shah) आज यानी 18 दिसंबर से महाराष्ट्र (Maharashtra) के दो दिवसीय दौरे पर होंगे। खबरों के मुताबिक इस दौरे के दौरान वह पुणे (Pune) में केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (CFSL) के नए भवन का उद्घाटन करेंगे और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के कर्मियों से बातचीत करेंगे। आप सभी को बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह अपनी यात्रा के दौरान पुणे में वैकुंठ मेहता राष्ट्रीय सहकारी प्रबंधन संस्थान के दीक्षांत समारोह और मुंबई में भारतीय कंपनी सचिव संस्थान (आईसीएसआई) के राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह में भी शामिल होंगे। इस बारे में बात करते हुए अधिकारियों ने बताया कि 18 दिसंबर को गृह मंत्री अहमदनगर में शिरडी मंदिर जाएंगे। वहीं अमित शाह महानगर में आईसीएसआई समारोह में भाग लेने के अलावा लोनी में एक समारोह में विट्ठलराव विखे पाटिल साहित्य पुरस्कार प्रदान करेंगे। उसके बाद 19 दिसंबर को अमित शाह पुणे में सीएफएसएल के नए भवन का उद्घाटन करेंगे और एनडीआरएफ कर्मियों के साथ दोपहर का भोजन करेंगे। वहीं दोपहर में वह वैकुंठ मेहता राष्ट्रीय सहकारी प्रबंधन संस्थान के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगे और पुणे नगर निगम में मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा का शिलान्यास करेंगे। इस बारे में जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि गृह मंत्री शाम को पुणे में भाजपा कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात करेंगे, और उसके बाद वह प्रख्यात इतिहासकार बाबासाहेब पुरंदरे के आवास पर जाएंगे, जिनका पिछले महीने निधन हो गया था। आपको पता ही होगा कि इससे पहले बीते शुक्रवार को केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने देश के विकास में सहकारिता के योगदान का महत्व बताते हुए कहा कि 'अब कोई भी सहकारिता के साथ दोयम दर्जे जैसा व्यवहार नहीं कर पाएगा।' जी दरअसल सहकार भारती के सातवें राष्ट्रीय अधिवेशन का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा था कि, 'अब सहकारिता के साथ सेकंड ग्रेड सिटीजन (दोयम दर्जे के नागरिक की तरह) की तरह कोई व्यवहार नहीं कर पाएगा, इसका मैं भरोसा देता हूं।' इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि, 'हर देश का समग्र विकास कम्युनिष्ट सिद्धांतों से नहीं हो सकता, सहकारिता ही एक बड़ा माध्यम है और इसी माडल को आगे बढ़ाना पड़ेगा। आने वाले दिनों में देश के विकास में सहकारिता का बहुत बड़ा योगदान होने वाला है और सहकारिता ही ऐसा जरिया है जिससे छोटे से छोटे व्यक्ति की आय बढ़ाने और उसको सम्मान दिलाने का कार्य हो सकता है। हर व्यक्ति का आर्थिक विकास में योगदान हो और उसका लाभ पहुंचे यह सहकारिता के सिवाय संभव नहीं है।' बिग बॉस में देवोलीना ने पार की सारी हदें, रश्मि देसाई को दे डाली ये धमकी जब मोदी सरकार ने सत्ता संभाली तो लोगों का लोकतंत्र से विश्वास कम होने लगा था: अमित शाह KBC 13 में पहुंचे भारतीय क्रिकेट टीम के ये 2 मशहूर खिलाड़ी, मचेगा जबरदस्त धमाल