नई दिल्लीः बिहार विधानसभा चुनाव के चलते इन दिनों राज्य का सियासी पारा इन दिनों चरम पर है। हर ओर बिहार के चुनावी समीकरण की चर्चा चल रही है, चाहें चाय की दुकान हो या फिर बाजार, गली और मुहल्ला। जहां 4 लोग जमा हो जाते हैं अपने-अपने पसंदीदा उम्मीदवार को जिताने के लिए चर्चा होने लगती है। सियासी दलों के नेता जीत हासिल करने के लिए एड़ी से छोटी तक जोर लगा रहे हैं, किन्तु जनता सेहरा किसके सिर बांधेगी यह तो 10 नवंबर को ही तस्वीर स्पष्ट हो पाएगी। वैसे सीधा मुकाबला NDA और महागठबंधन के बीच माना जा रहा है। NDA से अलग हुई लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने भी गैर भाजपा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारकर समीकरण बिगाड़ दिए हैं। इस बीच गृहमंत्री अमित शाह ने NDA से लोजपा के अलग होने को लेकर बड़ा खुलासा किया है। अमित शाह ने कहा कि NDA में लोजपा को बनाए रखने के लिए सीट की पेशकश की गई थी। चिराग पासवान के साथ कई बार बातचीत हुई लेकिन वे नहीं मानें। यह एक समझौता था जो नहीं हो सका। इसका हमें दुख है। किन्तु अब एनडीए में जदयू, भाजपा, वीआईपी और हम का मजबूत गठबंधन है। मजबूत सामाजिक समीकरण के साथ हम चुनावी मैदान में हैं और प्रचंड बहुमत के साथ सरकार में आएंगे। मनुष्य रक्षा के लिए नष्ट नहीं होगी शार्क समुदाय डॉ रेड्डीज को कोरोना वैक्सीन के स्टेज ट्रायल के लिए डीसीजीआई से मिली मंजूरी कॉलेज में 700 छात्रों में पाया गया कोरोना, कॉलेज अध्यक्ष ने दिया इस्तीफा