लखनऊ : बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने लखनऊ में सहकारिता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि सहकारिता देश के विकास में बड़ी भूमिका निभाता है। गुजरात, महाराष्ट्र व कर्नाटक जैसे राज्यों में सहकारिता से बड़ी संख्या में गरीबों को लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि यूपी में सहकारिता की सबसे ज्यादा संभावना है। उन्होंने कहा कि सपा-बसपा के शासनकाल में यूपी में प्रशासनिक व राजनीतिक संस्थाओं की स्थिति चरमरा गई थी जिसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में सुधारने का प्रयास किया जा रहा है। छात्रों के साथ चर्चा में राहुल ने जमकर बोला मोदी सरकार पर हमला कई केंद्रीय नेता भी रहे मौजूद सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार शाह ने कहा कि सहकारिता की शुरुआत इसी मकसद से की गई थी जिससे किसानों को लाभ मिले। गुजरात, कर्नाटक व महाराष्ट्र का सहकारी मॉडल देश के लिए एक उदाहरण है। कार्यक्रम का आयोजन शहर के डॉ. राममनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के सभागार में किया जा रहा है। कार्यक्रम में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के अलावा, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री व यूपी प्रभारी जेपी नड्डा, उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा व प्रदेश अध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडेय उपस्थित हैं। मुद्दों पर रही फेल तो कांग्रेस ने लिया नारेबाजी का सहारा, कार्यकर्ताओं से मांगे सुझाव ऐसा रहा पूरा सम्मलेन जानकारी के लिए बता दें सम्मेलन के संयोजक और भाजपा के प्रदेश महामंत्री ने बताया कि प्रदेश की 7479 प्राथमिक समितियों में 6000 व 265 क्रय विक्रय समितियों में से 215 में भाजपा के अध्यक्ष और सदस्य हैं। इसके अलावा प्रदेश के 41 जिला सहकारी बैंकों और 40 डीसीडीएफ में भी भाजपा के अध्यक्ष और सदस्य हैं। सभी 1405 सहकारी संघों में भी भाजपा के ही अध्यक्ष हैं। इन सभी को सम्मेलन में बुलाया गया है। अलगाववादी नेता की गिरफ़्तारी पर छलका महबूबा का दर्द, किया ऐसा ट्वीट चुनाव से पहले मुलायम-अखिलेश को बड़ा झटका, आय से अधिक संपत्ति मामले को देखेगा SC लोकसभा चुनाव: सपा ने बिछाई सियासी बिसात, इस सीट से ताल ठोकेंगी डिंपल