श्रीनगर: केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा हालात पर गृह मंत्रालय में उच्च स्तरीय बैठक हो रही है. प्रदेश में एक हफ्ते में 7 बेकसूर नागरिकों को 'लक्ष्य बनाकर हत्या' (Target Killing) किए जाने के बाद दिल्ली से लेकर श्रीनगर तक हड़कंप मचा हुआ है. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात की तो गृह मंत्रालय ने देश की सुरक्षा एजेंसियों के टॉप एक्सपर्ट को कश्मीर भेजा है. इस बीच जम्मू-कश्मीर में इन हत्याओं पर सियासत भी गर्म हो गई है. PDP प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि घाटी की स्थिति बद से बदतर हो गई है, किन्तु उन्हें पता है कि केंद्र समस्या का हल ढूंढने की जगह अपनी ताकत का प्रयोग जारी रखेगा, ताकि चुनावों में इसका फायदा उठाया जा सके. ये मामला यूपी चुनाव का है. बता दें कि केंद्र ने कश्मीर में हालात बिगड़ने के बाद देश की मुख्य एजेंसियों के टॉप काउंटर टेररिज्म एक्सपर्ट को श्रीनगर भेज दिया है, ताकि वे जम्मू-कश्मीर पुलिस से तालमेल बिठा सकें और इन कत्लों के लिए जिम्मेदार लोगों को ठिकाने लगा सकें. दिल्ली में LG मनोज सिन्हा गृह मंत्री शाह सहित केंद्र के अधिकारियों से मीटिंग रहे हैं. इसका ड्राफ्ट टारगेटेड हिंसा के ट्रेंड पर मंथन करना है. आपको बता दें कि अमित शाह ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के हालात को लेकर अपने मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों सहित NSA अजित डोभाल और BSF और CRPF चीफ के साथ बैठक की थी. 'आप पूरी दुनिया के लिए प्रेरणादायक व्यक्ति...', PM मोदी से मिलकर बोलीं डेनमार्क की पीएम 16 अक्टूबर को CWC की बैठक, क्या राहुल गांधी फिर बनेंगे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ? 'अंधेरे में डूब सकती है दिल्ली...', CM केजरीवाल ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर मांगी मदद