नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने एक बार फिर 'एक देश एक चुनाव' को लेकर अपनी कमर कस ली है. इसे लेकर हाल ही में अमित शाह ने विधि आयोग को एक लंबा-चौड़ा पत्र लिखा है. जिसमे उन्होंने अपनी पार्टी का एक देश एक चुनाव को लेकर दृष्टिकोण बताया है. अमित शाह ने पत्र में साफ तौर पर लिखा है कि एक देश एक चुनाव को लागू किया जाना चाहिए. उन्होंने लिखा, हमारे देश में हर साल, हर महीने लगभग 5 से 7 राज्यों में चुनाव होते है 5 साल में एक बार लोकसभा चुनाव होता है. साथ ही इस दौरान कई स्थानों पर स्थानीय चुनावों का आयोजन भी होता है. अमित शाह ने लिखा है कि इस दौरान पूरा देश बस हर बार चुनावी मूड में ही रहता है. अमित शाह ने इसके अलावा लिखा है कि समय-समय पर चुनाव का आयोजन होने से इसके परिणाम स्वरुप सार्वजनिक खजाने को चुनावी गतिविधियों के चलते भारी बोझ उठाना पड़ता है. विधि आयोग का ध्यान इस और दिलाने के लिए अमित शाह ने लिखा है कि इस खजाने का व्यय कम से कम हो इसके लिए सभी चुनावों का आयोजन एक साथ कराया जाना चाहिए. अमित शाह ने इस पत्र में सरकारी अधिकारियों की चुनाव में लगने वाली ड्यूटी पर भी सवाल उठाए. अमित शाह ने लिखा कि जिन सरकारी अधिकारियों का चयन लोकसभा के निर्वहन के लिए किया जाता है वे अपना मूल्यवान समय समय-समय पर होने वाले चुनावों में खर्च कर देते हैं. इसके चलते जनशक्ति के बड़े हिस्से का पूर्ण रूप से उपयोग नहीं किया जाता है. खबरें और भी... दलितों को लेकर राहुल ने फिर साधा पीएम पर निशाना, कहा ये तथ्य 'मिस्टर 56' को नींद से जगा देंगे कोलकाता में गरजे अमित शाह, कहा हम बांग्ला विरोधी नहीं, पर ममता विरोधी जरूर ममता के गढ़ में दहाड़ेंगे शाह, विजयवर्गीय ने मांगी ड्रोन इस्तेमाल करने की अनुमति