इस गांव को 10 साल पहले अमिताभ के दिखाए झूठे सपने

सदी के महानायक अमिताभ बच्चन करीब 10 साल पहले 2008 में बाराबंकी जिले के दौलतपुर गांव में अपनी पत्नी जया बच्चन, बेटे अभिषेक और बहू ऐश्वर्या राय बच्चन के साथ पहुंचे और एक वादा कर बैठे. अमिताभ ने दौलतपुर गांव में करीब दस बीघे जमीन लेकर एक डिग्री कॉलेज का नींव रखी,कॉलेज का नाम भी बहू के नाम पर ऐश्वर्या राय बच्चन कन्या महाविद्यालय रखा गया, पर सिर्फ नाम ही रखा गया वह कॉलेज आज तक नहीं बनाया गया. गौरतलब है महानायक अमिताभ बच्चन ने अपने खास दोस्त अमर सिंह के जन्मदिन के दिन पर दौलतपुर में ऐश्वर्या राय बच्चन कन्या महाविद्यालय बनाने का ऐलान किया था, लेकिन आज 10 साल  बाद भी यहां न तो कोई कॉलेज बना है और न बनने के आसार नजर आ रहे हैं.

गांव वाले दबी जुबान में बच्चन परिवार पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रहे हैं. अब दौलतपुर गांव के लोगों ने खुद कॉलेज बनाने का फैसला लिया और कॉलेज के निर्माण का काम लगभग पूरा हो चुका है. जुलाई से इस कॉलेज में पढ़ाई भी शुरू हो जाएगी. कॉलेज को अमिताभ बच्चन के प्लॉट से बेहद करीब बनाया है. कॉलेज निर्माण पूरा श्रेय गांव के ही सत्यवान शुक्ला नाम के एक शिक्षक को जाता है, जिन्होंने कॉलेज के लिए लोगों का सहयोग लेकर जमीन की व्यवस्था की और चंदा लेकर इसका निर्माण कार्य पूरा करवाया.

सत्यवान शुक्ला ने इस कॉलेज का नाम दौलतपुर डिग्री कॉलेज रखा है और डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध यूनिवर्सिटी फैजाबाद से इसकी मान्यता भी ले ली है. जो काम बेशुमार दौलत के मालिक और सदी के ‘महानायक’ वचन देने के बाद भी नहीं कर सके उसे उसे गांव के एक टीचर ने अपनी दृढ संकल्प शक्ति से कर दिखाया है. 

 

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