श्रीनगर: सियाचिन में अपने साथियों की जान बचाते हुए वीरगति को प्राप्त हुए हुए कैप्टन अंशुमान सिंह को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया। वीरवधू स्मृति सिंह और माँ मंजू सिंह यह सम्मान लेने राष्ट्रपति भवन आई थीं। इस दौरान राष्ट्रपति से सम्मान लेते हुए इनकी तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर आईं। यूज़र्स ने वीरवधू स्मृति के साहस और पीड़ा दोनों पर अपनी बात रखी, मगर इसी बीच एक कमेंट इतना भद्दा आया कि जिसके बारे में कोई भारतीय कभी सोच भी नहीं सकता था। ये घिनौना कमेंट अमजद नाम के एक सोशल मीडिया यूजर ने किया था। अब राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने इसपर संज्ञान लेते हुए पुलिस को FIR दर्ज करते हुए कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार (8 जुलाई 2024) को जारी पत्र में NCW ने वीरवधू के लिए अमजद की भद्दी टिप्पणी को विशिष्ट कानूनी प्रावधानों का संदर्भ देते हुए कानून का उल्लंघन करार दिया है। महिला आयोग ने IPC की धारा 79 और IT एक्ट 2000 की धारा 67 के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई के लिए कहा है। NCW ने दिल्ली पुलिस से उस व्यक्ति की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है और 3 दिन में पुलिस से रिपोर्ट मांगी है। कीर्ति चक्र से सम्मानित बलिदानी अंशुमान की पत्नी पर किए गए भद्दा कमेंट करने के बाद अमजद का ट्वीट हर जगह वायरल हो गया। जिसके बाद यूज़र्स अमजद के सोशल मीडिया हैंडल को खोजकर उसके खिलाफ एक्शन की माँग कर रहे हैं। इंस्टाग्राम पर डाली प्रोफ्राइल ने बताया है कि, अमजद ने खुद का प्रोफेशन मेडिकल लाइन से जुड़ा हुआ बताया है और लिखा है कि, वो मानवता की सेवा में तत्पर है। हालाँकि, पढ़ा लिखा होने और सबसे बड़ी बात भारतीय होने के बावजूद एक अन्य यूज़र अहमद ने भारतीय शहीद की वीरवधू स्मृति पर ऐसी भद्दी टिपण्णी कर दी, जिसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता था। हम उसका स्क्रीनशॉट भी यहाँ नहीं रख सकते. एक सोशल मीडिया यूज़र ने स्क्रीनशॉट देते हुए बताया है कि, अमजद के सोशल मीडिया पर 38 हज़ार फॉलोवर हैं और उसके एक भद्दे कमेंट पर 600 लोगों ने लाइक भी कर रखा है। ये एक बड़ा सवाल है कि, जो सेना का जवान देश के लिए अपनी जान गंवाने को भी तैयार रहता है, उसके परिवार के लिए अमजद-अहमद जैसे लोग ऐसी नीच मानसिकता रखते हैं। सेना पर पत्थर चलाने वाले पत्थरबाजों, सेना पर हमला करने वाले आतंकियों और अमजद जैसे लोगों में फिर क्या ही फर्क बचा है ? आपको याद होगा कि, जब देश के पहले CDS जनरल बिपिन रावत एक प्लेन दुर्घटना में हताहत हो गए थे, तब भी मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने ख़ुशी जताते हुए इस खबर की पोस्ट पर हँसते हुए कमेंट किए थे, जिससे नाराज़ होकर केरल के फिल्म मेकर अली अकबर ने इस्लाम त्याग दिया था. उन्होंने कहा था कि मुस्लिमों की ऐसी हरकत का विरोध वरिष्ठ मुस्लिम नेताओं और इस्लामिक धर्मगुरुओं ने भी नहीं किया। देश के बहादुर बेटे का ऐसा अपमान स्वीकार्य नहीं है। मेरा इस्लाम पर से विश्वास उठ गया। इसके बाद अली अकबर ने हिन्दू धर्म स्वीकारते हुए अपना नाम रामसिम्हन रख लिया था. SC/ST फंड में से 14000 करोड़ निकालेगी कांग्रेस सरकार ! चुनावी गारंटियां पूरा करने के लिए पैसा नहीं, केंद्र से भी माँगा पैकेज महंगा होगा रसोई का जायका, मौसम की मार से प्याज-टमाटर सहित कई सब्जियों के दाम बढ़े PM आवास की पहली किश्त मिलते ही महिला ने उठाया ऐसा कदम, खुलासा होने पर पुलिस भी रह गई दंग