अमृतसर: देश के अमृतसर में पिछले दिनों हुए विस्फोट से आसपास के क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है। वहीं बता दें कि अदलीवाल गांव के निरंकारी भवन में रविवार को सत्संग के दौरान ग्रेनेड से हमला करने वाले दोनों आतंकी पंजाब के ही बॉर्डर एरिया के रहने वाले हैं। इसके अलावा पुलिस के अनुसार वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों हमलावरों ने मुख्य मार्ग को पकड़ने की बजाय गांवों की तरफ फरार होना आसान समझा, इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि दोनों स्थानीय रास्तों, राजासांसी व आसपास के इलाकों से अच्छी तरह वाफिक थे। बंगाल में करोड़ों रुपये के सर्प विष के साथ तीन गिरफ्तार वहीं पुलिस मान कर चल रही है कि या तो दोनों आसपास के ही गांवों में छिपे हैं या सुरक्षित ठिकाने तक पहुंच गए हैं। बता दें कि पुलिस बताए हुए हुलिए से अब बॉर्डर के गांवों में पड़ताल कर रही है। इसके साथ ही पुलिस की खुफिया शाखा ने मंगलवार को करीब 25 संदिग्धों को हिरासत में लिया। इनमें से कुछ पहले आतंकी गतिविधियों में संलिप्त रहे हैं, जबकि कुछ अलगाववादी नेता रहे हैं। पुलिस इनसे पूछताछ कर हमलावरों का सुराग लगाने की कोशिश कर रही है। रूस की मदद से गोवा में बनेंगे 2 युद्धपोत, 3570 करोड़ रुपये की हुई डील गौरतलब है कि बम ब्लास्ट में कई मासूम लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इसके अलावा बता दें कि नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी के अधिकारियों की जांच भी पूरी हो गई है। मंगलवार दोपहर एनआइए ने निरंकारी भवन को सील कर दिया और वहां से सभी सुबूतों को जुटाकर जांच के लिए दिल्ली रवाना हो गई, जबकि अमृतसर देहात पुलिस के एसएसपी परमपाल सिह व एसपी डी हरपाल सिह ने घटनास्थल पर डेरा जमाए रखा है। खबरें और भी सीबीआई में आया एक और भूचाल, अब डीआईजी आरोपों का पुलिंदा लेकर पहुंचे सुप्रीम कोर्ट क्या आप जानते हैं क्यों मनाया जाता है मत्स्यपालन दिवस क्या आपको याद है रमन इफ़ेक्ट के खोजकर्ता 'सर सी वी रमन'