अमृतसर: उत्तरी रेलवे के चीफ पब्लिक रिलेशंस ऑफिसर (सीपीआरओ) दीपक कुमार ने शनिवार को स्पष्ट किया कि ड्राइवर के साथ के साथ अमृतसर रेल हादसे के बारे में पूछताछ की गई है. उन्होंने कहा कि ड्राइवर से की गई पूछताछ में उसकी कोई गलती सामने नहीं आई है. सीपीआरओ कुमार ने यह भी कहा कि दुर्घटना के कारण का पता लगाने के लिए, सभी लोगों से पूछताछ की जा रही है और चालक भी प्रारंभिक जांच का हिस्सा था और वह अपनी नियमित गति से ट्रेन चला रहा था. अमृतसर रेल हादसा : जानिए इस त्रासदी से जुड़े 6 अहम् तथ्य उन्होंने कहा कि दुर्घटना होने से दो मिनट पहले अमृतसर-हावड़ा मेल उसी पटरी से गुजरी थी. उन्होंने यह भी कहा कि एक लोको पायलट पर ट्रेन में यात्रा करने वाले सभी यात्रियों की ज़िम्मेदारी होती है और वह रफ़्तार से चल रही ट्रेन में तत्काल ब्रेक नहीं लगा सकता है क्योंकि इससे यात्रा करने वाले हजारों लोगों के जीवन को खतरे में आ सकता है. विदेशों में भी पहुंची अमृतसर रेल हादसे की आह, पुतिन और जस्टिन ने जताया शोक उन्होंने आगे कहा कि दुर्घटना के स्थान पर एक घुमावदार मोड़ है और निश्चित रूप से यह अंधेरे के दौरान हुई घटना के अलावा दृश्यता को प्रभावित करता है, इसलिए दृश्यता निश्चित रूप से कम थी. आपको बता दें कि यह भीषण रेल हादसा अमृतसर के जोड़ा फाटक के पास चौरा बाजार में हुआ था, जिसमे लगभग 62 लोग मारे गए थे और सैकड़ों अन्य घायल हो गए थे. खबरें और भी:- अमृतसर ट्रेन हादसा: लोको पायलट का बड़ा बयान, कहा मैंने लगाए थे इमरजेंसी ब्रेक अमृतसर रेल हादसे का कौन जिम्मेदार? अमृतसर रेल हादसा : मामले में पहली एफआईआर दर्ज, आरोपी कोई नहीं