साल 2018 का सबसे बड़ा हादसा अमृतसर में उस समय हुआ था जब दशहरे के दिन सभी को रेलवे ट्रैक पर खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे. जानकारी के मुताबिक दशहरे के दिन पंजाब के अमृतसर स्थित जोड़ा फाटक पर एक बड़े ट्रेन एक्सीडेंट में 60 लोगों की जान चली गई थी और 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. उस समय भीड़ इतनी ज्यादा थी कि लोग रेल पटरियों पर खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे. इतने में वहां ट्रेन आ गई और उसकी चपेट में आने से कई लोगों ने अपनी जान गवां दी. दशहरा पर होने वाले इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर थी और वो भी हादसे के बाद आलोचनाओं के घेरे में आईं थीं. इस हादसे के बाद बीजेपी ने आरोप लगाए थे कि बिना अनुमति के इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा था. हाल ही में इस हादसे की जांच कर रहे रेलवे के मुख्य संरक्षा आयुक्त (CCRS) ने अपनी रिपोर्ट में एक्सीडेंट के मुख्य कारण बताए हैं. जानकारी के मुताबिक इस रिपोर्ट में हादसे के लिए सीधे तौर पर ट्रैक पर मौजूद लोगों को ही जिम्मेदार ठहराया गया है. जी हाँ... इस रिपोर्ट में कहा गया है कि, 'हादसे की मुख्य वजह उन लोगों की लापरवाही थी जो ट्रैक पर खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे.' हालाँकि अब तक ये रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं हुई है. आपको बता दें अमृतसर रेल हादसे में शुरुआती जांच करने से इनकार के बाद रेलवे इसकी जांच करने के लिए राजी हो गया था. उत्तरी रेलवे द्वारा दी गई एक अधिसूचना के मुताबिक यह जांच चार नवंबर से शुरू हुई थी. भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया: डेरेन लेहमन ने कहा, इस खिलाड़ी को मिलनी चाहिए टेस्ट टीम में जगह 200 घंटे में बनी दिगंबर संत पर डॉक्यूमेंट्री इस दिन होगी रिलीज़ दुनिया को अनमोल रत्न देने वाला आइआइटी कानपुर हुआ राजनीति का शिकार