नई दिल्ली: यदि आप सोच रहे हैं कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए लॉकडाउन एकमात्र सटीक उपाय है तो आप गलत सोच रहे हैं. एक अंतरराष्ट्रीय संस्था ने दावा किया है कि भारत में अभी तो कोरोना वायरस संक्रमण ने पैर पसारना शुरू ही किया है. जब ये अपने चरम पर होगा तो देश में 40 करोड़ से अधिक लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो जाएंगे. बताते चलें की पीएम नरेंद्र मोदी ने देश को कोरोना वायरस से बचाने के लिए देश में 21 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान किया है. अमेरिका के वाशिंगटन में स्थित सेंटर फॉर डीजिज डायनामिक्स, इकॉनोमी एंड पॉलिसी (CDDEP) ने अपने हालिया रिपोर्ट में खुलासा करते हुए बताया है कि भारत में केवल लॉकडाउन कोई एकमात्र रोकथाम नहीं हो सकता. यदि लोग एक दूसरे से मिलना-जुलना बंद नहीं करते हैं तो इसके बेहद गंभीर नतीजे सामने आएंगे. CDDEP ने दावा किया है कि यदि ऐसी ही स्थिति रही तो भारत में जुलाई महीने तक 30-40 करोड़ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकते हैं. करोड़ों लोगों पर कोरोना वायरस का गंभीर हमला होगा जबकि 20-40 लाख लोगों को अस्पताल में एडमिट कराने की आवश्यकता होगी. CDDEP के निदेशक डॉ. रामानन लक्ष्मीनारायाण ने ज़ी न्यूज़ डिजिटल से बातचीत में बताया है कि भारत में अभी कोरोना वायरस ने अभी बस कदम भर रखा है. लॉकडाउन बचाव का एक तरीका अवश्य है लेकिन ये एक फूलप्रूफ इंतज़ाम नहीं है. अभी देश में 10 लाख लोगों में से केवल 15 लोगों की वायरस जांच हो पा रही है. जबकि देश के काफी सारे लोगों को संक्रमण का खतरा लग रहा है. एक बार सभी नागरिकों तक जांच सुविधा मुहैया कराने के बाद ही कोरोना वायरस के सटीक तादाद का पता चल सकता है. EPF के नियमों में हुआ बड़ा बदलाव, निकाल पाएंगे इतनी राशि सोने की वायदा कीमतों में दिखा उतार-चढ़ाव, अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़त बरकरार कमोडिटी ट्रेडिंग में हुई कटौती, जाने क्या है नई टाइमिंग