व्लादिमीर लेनिन, रुसी क्रांति का पहला नायक

व्लादिमीर लेनिन 20 वीं सदी के अग्रणी रूसी राजनेता विश्व इतिहास में बहुत महत्वपूर्ण और प्रभावशाली व्यक्ति थे बोल्शेविक राजनीतिक दल के संस्थापक के रूप में, वह एक सफल रूसी कम्युनिस्ट क्रांतिकारी, राजनीतिज्ञ और राजनीतिक सिद्धांतकार थे. व्लादिमीर लेनिन 1917 से 1924 तक सोवियत रूस की सरकार के प्रमुख थे, उनके प्रशासन के अंतर्गत, रूस और उसके बाद व्यापक सोवियत संघ रूसी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा नियंत्रित एक-पक्ष कम्युनिस्ट राज्य बन गया.

लेनिन की विचारधारा एक मार्क्सवादी विचारधारा थी, उन्होंने लेनिनवाद के नाम से जाना जाने वाले राजनीतिक सिद्धांत विकसित किए. 1893 से लेनीन ने रूस के साम्यवादी विचार धारा का प्रचार करना प्रारंभ किया था, लेनीन को कई बार जेल भेजा गया था तथा निर्वासित भी किया गया, ‘प्रलिटरि’ एवं ‘इस्क्रा’ के संपादन के अतिरिक्त 1898 में उन्होंने बोल्शेविक पार्टी की स्थापना की. 

1905 की क्रांती के उसके प्रयास असफल रहे किन्तु 1917 में उन्होंने रूस के पुननिर्माण योजना बनाई और सफल हुए, उन्होंने केरेन्सकी की सरकार पलट दी और 7 नवम्बर, 1917 को लेनीन की अध्यक्षता में सोवियत सरकार की स्थापना हुई. रूस का भाग्यविधाता बनने के बाद लेनीन अपने देश को विकसीत करने का प्रयत्न किया था, कड़े अनुशासन के साथ देश पर नियंत्रण रखा. 21 जनवरी, 1924 को इस क्रांतिकारी व्यवस्थापक की मृत्यु हो गई 1991 में सोवियत सरकार के गिरने के बाद लेनिन के सिद्धांतों व आदर्शों को यद्यपि नये सरकार ने अस्वीकार कर दिया, किन्तु अभी भी लेनिन के प्रशंसकों में कोई कमी नहीं आई है, वे अपने विचारों के साथ जीवित हैं. 

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